नई दिल्ली:बीजेपी छोड़कर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हुए पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक के बाद एक भारतीय जनता पार्टी पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी एक बाद एक पार्टी के की बड़े नेताओं को किनारे लगा दिया है। उन्होंने इसके लिए यशवंत सिन्हा, अरूण शौरी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और सुमित्रा महाजन का नाम लिया।
आइये जानते हैं शत्रुघ्न सिन्हा की 10 बड़ी बातें-
1-जहां मेरी परवरिश हुई, बीजेपी ही नहीं देश के महान नायक नानाजी देशमुख मुझे लेकर गए। उन्होंने परवरिश दी और ट्रेनिंग दी। उसके बाद अटल जी के सुपुर्द किया।
2- आडवाणी जी ने मार्गदर्शन दिया। जिस वक्त मैं बीजेपी में शामिल हो रहा था उस वक्त कांग्रेस के सुबोध कांत सहाय पहले पब्लिक लाईफ में लेकर आए। उन्हें भी बहुत याद करता हूं।
3- बीजेपी से ट्रेनिंग लेते हुए, संघर्ष करते हुए, लोकशाही का पालन करते हुए आगे बढ़ता गया। बहुत उम्मीदें जगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
4-लोकशाही को हमने धीरे-धीरे तानाशाही में परिवर्तन होते देखा।
5-बीजेपी में बड़े दिग्गजों और मार्गदर्शकों को किनारा करते हुए उन्हें मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया। जिसकी अभी तक एक भी बैठक नहीं हुई।
6- आडवाणी जी की बहुत इज्जत करता हूं और पार्टी से जुड़ा रहा। मुरली मनोहर जोशी कहां है दिखाई नहीं दे रहे हैं।
7-अरूण शौरी के साथ क्या हुआ क्या नहीं हुआ। यशवंत सिन्हा को इतना मजबूर किया गया कि आखिरकार उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
8- ऐसे में मैनें बोला और जब सवाल उठा तो यह लोगों में कहा गया कि इन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। आखिर क्यों मंत्री नहीं बनाया गया। मेरे ऊपर कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं था। मंत्री बनाए जाने का कोई अफसोस नहीं है। वन मेन शो और टू मेन आर्मी में ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया जो डरे हुए थे कि हर फैसले के लिए पीएमओ का इंजतार करते थे।
9- शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि स्मार्ट सिटी को लेकर कई वादे किए गए। लेकिन, वो सारे खोखले वादे साबित हुए। मैने अपने लिए कभी कुछ नहीं मांगा।
10-हमने किसानों, युवाओं और रोजगार की बातें की। हमारी पार्टी में कहा जाता था कि संवाद होना चाहिए, लेकिन कभी संवाद नहीं हुआ।