इस्लामाबाद:पाकिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक के प्रदर्शनों ने इमरान सरकार की चूलें हिला दी हैं। आलम यह है कि पाकिस्तानी हुक्मरान टीएलपी समर्थकों को धमकियां देने लगे हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद यूसुफ ने चेतावनी दी है कि प्रतिबंधित टीएलपी ने हदें पार कर ली है जिससे सरकार का धैय भी जवाब देे रहा है।
एनएसए मोईद यूसुफ ने आरोप लगाया कि टीएलपी समर्थकों पुलिसकर्मियों की हत्या की है… सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। अभी भी वे बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा कर रहे हैं। शनिवार को लाहौर में एक प्रतिबंधित इस्लामी समूह के कार्यकर्ताओं के साथ हुई झड़पों में कम से कम तीन पुलिसकर्मी मारे गए जबकि कई अन्य घायल हो गए। वहीं बुधवार को हुई झड़प में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक इन विरोध प्रदर्शनों के चलते पंजाब के शहरों में अराजकता की स्थिति है। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने टीएलपी समर्थकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे या तो वापस चले जाएं नहीं तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। सरकार को यह भी चिंता सताने लगी है कि यदि ये प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद में घुस गए तो क्या होगा। यही कारण है कि सरकार तहरीक-ए-लब्बैक के कैद नेता साद हुसैन रिज़वी के साथ बातचीत कर रही है।