चंडीगढ़: दिल्ली में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर बैठक से पहले और बीएसएफ को अधिक अधिकार दिए जाने पर मचे घमासान के बीच पंजाब में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला है। वीरवार दोपहर बाद अचानक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने उनके सिसवां फार्म पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक विचार-विमर्श हुआ है। सीएम चन्नी के साथ नवविवाहित पुत्र और पुत्रवधू व उनके परिवार के सदस्य थे। पुत्र और पुत्रवधू को आशीर्वाद दिलाने के अवसर पर हुई सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुलाकात को राजनीतिक हलकों में बेहद अहम माना जा रहा है। यह बैठक उस समय हो रही है जब कुछ ही देर बाद दिल्ली में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के साथ होने वाली इस बैठक में ही तय होगा कि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस प्रधान बने रहेंगे या नहीं।
खास बात यह है कि चन्नी और कैप्टन की मुलाकात से कुछ देर पहले सीमा सुरक्षा बल को सीमा से 50 किमी अंदर सर्च और अरेस्ट के अधिकार दिए जाने पर शिक्षा और खेल मंत्री परगट सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था। परगट ने कैप्टन पर भाजपा से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में राष्ट्रपित शासन लगाने की तैयारी की जा रही है।