इस्लामाबाद:पाकिस्तान के साथ कुछ भी हो जाए, भारत पर दोष मढ़े बगैर उसका पानी भी नहीं पचता। न्यूजीलैंड टीम ने सुरक्षा खतरे का हवाला देते हुए 18 साल बाद अपना पहला दौरा रद्द कर दिया, मगर पाकिस्तान इसके लिए भी भारत को ही कसूरवार मानता है। इंटरनेशल बेइज्जती के बाद पाकिस्तान ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारत की ओर से न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को एक धमकी भरा ईमेल भेजा गया था, जिसके बाद कीवी टीम को पाक का दौरा रद्द करना पड़ा। बता दें कि न्यूजीलैंड के बाद ईसीबी ने भी अपनी पुरुष और महिला टीमों का पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था।
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने आरोप लगाया है कि न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को जिस डिवाइस से धमकी भेजी गई थी उसका संबंध भारत से था। बुधवार को आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादी एहसानुल्लाह एहसान के नाम से अगस्त में एक फर्जी पोस्ट बनाया गया था जिसमें न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड और सरकार को टीम को पाकिस्तान भेजने से बचने को कहा गया था, क्योंकि टीम को निशाना बनाया जा सकता है। चौधरी ने कहा कि बावजूद इसके न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान के दौरे पर आई। हालांकि, पहले मैच के दिन न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने कहा कि सरकार को सुरक्षा की चिंता है और इस वजह से दौरा रद्द किया गया।
डॉन के मुताबिक, उन्होंने कहा कि एक दिन बाद न्यूजीलैंड की टीम को हमजा अफरीदी के आईडी का उपयोग करके एक दूसरा धमकी भरा ईमेल भेजा गया था। उन्होंने दावा किया कि जांच अधिकारियों ने पाया कि ईमेल भारत से जुड़े एक उपकरण से भेजा गया था। इसे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग करके भेजा गया था, इसलिए इसके लोकेशन को सिंगापुर के रूप में दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि इसी डिवाइस में 13 अन्य आईडी थे, जिनमें से लगभग सभी भारतीय नाम थे।
उन्होंने दावा किया कि न्यूजीलैंड की टीम को धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण भारत का था। एक फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया था लेकिन इसे महाराष्ट्र से भेजा गया था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने मामला दर्ज किया है और तहरीक-ए-लब्बैक प्रोटोनमेल और हमजा अफरीदी की आईडी पर सहायता और जानकारी के लिए इंटरपोल से अनुरोध किया था।
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारा मानना है कि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के खिलाफ अभियान है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और अन्य संस्थाओं को इस पर ध्यान देना चाहिए। चौधरी ने मंगलवार को दावा किया था कि उनका देश अपनी धरती पर अमेरिकी सैन्य ठिकानों को अनुमति देने पर अमेरिका को ना कहने की कीमत चुका रहा है।
बता दें कि पाकिस्तान दावा करता रहा है कि हाल ही में देश में हुए कुछ आतंकी हमलों के पीछे भारत का हाथ था। हालांकि, भारत ने इन दावों को बेसलेस प्रोपेगेंडा के रूप में खारिज करता रहा है और इस्लामाबाद को अपनी धरती से संचालित हो रहे आतंकवाद के खिलाफ “विश्वसनीय और सत्यापन योग्य” कार्रवाई करने के लिए कहा है। जुलाई में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ बेसलेस प्रोपेगेंडा में शामिल होना कोई नई बात नहीं है।