मुंबई। शुक्रवार को तेरापंथ भवन कांदिवली में साध्वी श्री राकेश कुमारी जी एवं साध्वी वृंद (ठाणा 4) के सानिध्य में तप अनुमोदना का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में तपस्वी बहन श्रीमती तारा जी धाकड़ (कांदिवली) के नौ की तपस्या का, तपस्वी बहन श्रीमती रचना जी कोठारी (बोरीवली) के सात की तपस्या, तपस्वी भाई श्री केविन जी कोठारी (बोरीवली) के आठ की तपस्या का अभिनंदन एवं अनुमोदना प्रेषित की गई।
साध्वी श्री जी के द्वारा नमस्कार महामंत्र के उद्बोधन से कार्यक्रम की मंगल शुरुआत हुई। कांदिवली महिला मंडल की बहनों के द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। कोठारी परिवार से बोरीवली तेरापंथी सभा के अध्यक्ष श्रीमान राजीव जी कोठारी ने, सूरत सभा भवन के चीफ मैनेजिंग ट्रस्टी श्रीमान बालचंद जी सा बेताला ने तप की अनुमोदना करते हुए अपना वक्तव्य दिया। कोठारी परिवार से नेहा बेताला ने एक गीतिका की प्रस्तुति दी। धाकड़ परिवार से श्रीमान मीठालाल जी सा धाकड़ एवं द्रष्टी धाकड़ ने अपना वक्तव्य दिया। श्रीमती रेखा जी धाकड़ ने एक गीतिका की प्रस्तुति दी।
तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष श्रीमान मनीष जी रांका,कांदिवली महिला मंडल की सह संयोजिका श्रीमती अलका जी पटावरी, विले पार्ले से श्रीमान कैलाश जी गोयल ने भी तपस्वी भाई बहनों की अनुमोदना की। कार्यक्रम में सभी संघीय सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। साध्वी श्री राकेश कुमारी जी ने स्वरचित गीतिका से तपस्वी भाई और बहनों की तपस्या की अनुमोदना की और बधाई दी। साध्वी श्री जी ने फरमाया की अनुमोदना करना बहुत आसान है पर तप करना बहुत ही कठिन। साध्वी श्री जी ने सभा में उपस्थित सभी को यह प्रेरणा दी कि कल से शुरू होने वाले पर्युषण महापर्व में ज्यादा से ज्यादा भाइयों और बहनों को तप के क्रम से जुड़ना है, ज्यादा से ज्यादा चंदनबाला के तेले करने हैं। तपस्वी भाई बहन भविष्य में भी तपस्या के इस पथ पर उत्तरोत्तर प्रगति करें ऐसी हम मंगल कामना करते हैं।