मुंबई:ईडी ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को उनके और अन्य के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में 5 जुलाई को पेश होने के लिए नया समन जारी किया है। शनिवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ईडी ने इस बार उन्हें 5 जुलाई को तलब किया है।
उन्होंने कहा कि मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए राकांपा नेता को जारी किया गया यह तीसरा नोटिस है। देशमुख को सोमवार को दक्षिण मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है। पहले दो समन में न पहुंचने को लेकर देशमुख ने कोरोना का हवाला दिया था। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज करने की बात कही थी।
ये समन कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये के रिश्वत-कम-जबरन वसूली रैकेट से संबंधित धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज आपराधिक मामले के संबंध में हैं, जिसके कारण इस साल अप्रैल में देशमुख का इस्तीफा हुआ था।
पहले देशमुख ने 29 जून को भी प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर होने में असमर्थता जताई थी। तब उन्होंने इस कहा था कि उनकी उम्र 72 साल है और वह कई बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्होंने कहा था कि अगर ED चाहे तो ऑडियो या वीडियो के माध्यम से बयान दर्ज कर सकती है। इस बीच देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और पीए कुंदन शिंदे की ED कस्टडी 5 दिन बढ़ा दी गई है। खास बात है कि ED ने दोनों की हिरासत बढ़ाए जाने की मांग करते हुए अदालत को बताया था कि संजीव पलांडे ने खुलासा किया है कि कुछ आईपीएस अफसरों के तबादले में अनिल देशमुख की भूमिका रही है। इस संबंध में जिनके नाम आए हैं, उन अफसरों को भी बयान के लिए बुलाकर आमना-सामना करवाना है।