- भाजपा ने किसी को नहीं बनाया है उम्मीदवार, दो निर्दल
- प्रत्याशियों के बीच होगी जंग
- भदोही में एक तरफा दिख रही तस्वीर, मतदान की प्रक्रिया सिर्फ औपचारिक
भदोही। त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में सबसे अहम पद जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए शनिवार को वोट डाले जाएगें। चुनाव को लेकर जिले में पलपल की बदलती राजनीति में यह चुनाव बेहद अहम हो गया है। चुनाव तो सिर्फ औपचारिकता है। वैसे इस सियासी मैच का परिणाम फिक्स हो चुका है। जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर अब दो निर्दल उम्मीदवार हैं। आंतरिक रुप से यह चुनाव भाजपा बनाम भाजपा हो गया है। भदोही में भाजपा विधायक रविन्द्रनाथ त्रिपाठी के भाई अनिरुद्ध त्रिपाठी जिला पंचायत के निर्दल उम्मीदवार हैं। जबकि भाजपा ने अमित सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर भाजपा ने अमित सिंह से नामांकन के अंतिम दिन अपना समर्थन वापस ले लिया। लेकिन अमित सिंह ने इसके बाद भी अपना नामांकन नहीं उठाया। अगर उन्होंने नामांकन उठा लिया होता तो विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी के भाई का रास्ता साफ हो जाता। लेकिन वह निर्विरोध नहीं जीत पाए अब उनका सीधा मुकाबला अमित सिंह से होगा। दोनों लोग स्वतंत्र रूप से अपना चुनाव लड़ रहे हैं। भदोही में भाजपा ने किसी को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है।
समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार का नामांकन ही नहीं भर पाई थी, उसे प्रस्ताव ही नहीं मिले। जबकि कांग्रेस बसपा पहले से बाहर हैं। फिलहाल चुनाव परिणाम भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के भाई अनिरुद्ध त्रिपाठी की झोली में जाता हुआ दिख रहा है, लेकिन अभी यह कहना मुश्किल है जब तक की अंतिम परिणाम की घोषणा नहीं हो जाती है। जिले में किसी भी जिला पंचायत सदस्य के अपहरण की कोई खबर नहीं है। हालात सामान्य हैं। अपनी सियासी गोंट पहले ही बैठा ली गई है। जिले का माहौल पूरी तरह शांत है।
जिलाधिकारी आर्यका आखौरी ने बताया है कि तीन जुलाई को होने वाले जिला पंचायत चुनाव के लिए समस्त प्रशासनिक तैयारियां पुरी कर ली गई हैं। पर्याप्त मात्रा में फोर्स की तैनाती कर दी गई है। वोटिंग के दौरान कोविड-19 पूरा ख्याल रखा जाएगा। प्रत्याशी और मतदाताओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। मतदान स्थल पर कोविड-19 प्रोडक्टन के साथ एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध होगी। बस लोगों को शनिवार को होने वाले मतदान और उसके चुनाव परिणाम का इन्तजार है।