इस्लामाबाद: पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह भारत के आंतरिक मामलों में ताकझांक करने की आदत से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान को पहले अनुच्छेद-370 और 35A को लेकर मिर्ची लगी थी। पाकिस्तान एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर के नेताओं के साथ हुई बैठक को लेकर बेचैन है। अब एक बार फिर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर को लेकर अटपटे बयान दिए हैं। कुरैशी ने प्रधानमंत्री मोदी और कश्मीर नेताओं की बैठक को पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज का हिस्सा बताया है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को मोदी की बैठक से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप
पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने शुक्रवार को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि नई दिल्ली में हुई बैठक एक ड्रामा है। कुरैशी ने कहा कि मेरे हिसाब से तो यह बैठक एक ड्रामे से ज्यादा कुछ नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह एक पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज थी। उन्होंने कहा कि इन चीजों से कुछ हासिल नहीं होने वाला। यह नाकामयाब और बेकार की कवायद है, क्योंकि इस तरह की चीजों से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
बोला पाक, अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को बहाल करना होगा
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीरियों को अब भी अपनी पहचान की तलाश है। उन्होंने कहा कि वह आजादी और स्वायत्तता चाहते हैं। उन्हें सुरक्षा भी चाहिए। कुरैशी ने कहा कि भारत वहां जो आबादी में बदलाव की कोशिश कर रहा है। उसे वहां के लोग कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कश्मीरी नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि भारत सरकार को 5 अगस्त 2019 को उठाए गए कदमों को वापस लेना होगा। अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को बहाल करना होगा। कश्मीर को फिर राज्य का दर्जा देना होगा। मोदी से मीटिंग में इन नेताओं को इस बारे में कोई ठोस जवाब या भरोसा नहीं दिलाया गया कि राज्य का दर्जा फिर कब बहाल किया जाएगा।