नई दिल्ली:कड़े क्वारंटाइन के बीच अपनी फिटनेस पर मेहनत कर रही भारतीय क्रिकेट की युवा ब्रिगेड 13 जुलाई से शुरू हो रहे श्रीलंका दौरे पर अच्छे प्रदर्शन को बेताब हैं और पहली बार देश के लिए खेल रहे इन युवा खिलाड़ियों ने इसे सपना सच होने जैसा बताया है। शिखर धवन की कप्तानी में भारतीय खिलाड़ियों ने 14 जून से क्वारंटाइन शुरू किया जो 28 जून तक जारी रहेगा। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने बीसीसीआई टीवी से कहा ,’अब हर किसी को क्वारंटाइन की आदत पड़ गई है। क्वारंटाइन से बाहर निकलकर दूसरे खिलाड़ियों से मिलना और व्यायाम करना अच्छा लग रहा है। मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं।’
पहली बार भारतीय टीम में शामिल सौराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने कहा , ‘जब मैं कमरे से बाहर निकला तो लगातार खुद को देखता रहा। जर्सी पहनकर अच्छा लगा। जिम में आने के बाद मैने आम दिनों की तरह वर्कआउट किया। नितीश राणा ने कहा , ‘पहले सात दिन मेरे लिए मुश्किल थे और मैं अपने साथी खिलाड़ियों से मिलने का इंतजार कर रहा था। जर्सी पहनने का इंतजार था। हर घंटा एक साल की तरह लग रहा था। यहां माहौल अच्छा है और सीरीज को लेकर हम काफी रोमांचित हैं। नए ट्रेनर के साथ मैने बहुत कुछ सीखा।
राणा और सकारिया की ही तरह पहली बार भारतीय टीम में शामिल कर्नाटक के देवदत्त पडिक्कल और कृष्णप्पा गौतम ने भी यही बात कही। पडिक्कल ने कहा ,’क्वारंटाइन में भी हम कमरे में यथासंभव अभ्यास कर रहे थे । जिम में अभ्यास की बात ही अलग है और अब बहुत अच्छा लग रहा है। वहीं गौतम ने कहा कि हम कर्नाटक के लिए खेलते हैं तो एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों का पता है। पडिक्कल के साथ फिर अभ्यास करना अच्छा रहा। लेकिन मुझे लगता है कि उसे अपना वजन बढ़ाना होगा।
महाराष्ट्र के ऋतुराज गायकवाड़ ने टीम में चुने जाने को सपना सच होने जैसा बताया। उन्होंने कहा, ‘हम इतने साल से इसका इंतजार कर रहे थे। इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और सपना पूरा होने पर अच्छा लगता है। भारतीय टीम श्रीलंका में तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलेगी।