श्रुति मिश्रा/मुंबई। डेढ़ साल से लगातार एक पैर पर खड़े होकर कोरोना की मार में जरूरतमंदो की सहायता एक आवाज में करने वाले एक्टर और रियल लाइफ हीरो सोनू सूद आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपना जन्मदिन मना रहे हैं। नहीं नहीं आज उनका बर्थडे नहीं है बल्कि 31 मई 2002 यानी कि 19 साल पहले उन्होंने आज ही के दिन फिल्म शहीद-ए-आजम से हिंदी फिल्मों में अपना डेब्यू किया था।
वैसे तो सोनू ने फिल्मों में अपनी शुरुआत साल 1999 में तमिल फिल्म से की थी। लेकिन उनकी पहली हिंदी भाषी फिल्म देश में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग में फांसी के फंदे पर चढ़ने वाले भगत सिंह के जीवन पर आधारित शहीद-ए-आजम थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान निर्देशक सुकुमार नायर सोनू की भगत सिंह और इतिहास पर पकड़ से काफी प्रभावित थे।
इसका खुलासा सोनू ने पिछले साल एक्ट्रेस नेहा धूपिया के पॉडकास्ट शो पर किया और बताया था कि उनके दादा जी भगत सिंह के साथ लाहौर कॉलेज में इखट्टे पढ़ते थे। यही कारण था कि सोनू भगत सिंह के बारे में फिल्म के मेकर्स से अधिक जानते थे। सोनू के वर्क फ्रंट की बात करें तो उन्होंने हालही में फिल्म मैगजीन स्टारडस्ट से अपना कवर पेज शेयर किया है, जिसके पीछे एक मजेदार किस्सा भी बांटा किया है।
सोनू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी कवर फोटो को शेयर करते हुए लिखा ‘एक दिन था जब मैंने पंजाब से एक ऑडिशन के लिए स्टारडस्ट में अपनी फोटो भेजी थी, जिसके लिए मैं रिजेक्ट हो गया था। लेकिन आज मैं इस कवर के लिए स्टारडस्ट का शुक्रियादा करता हूं।’
आज ही के दिन फिल्म शहीद ए आजम से सोनू सूद ने किया था हिंदी फिल्म डेब्यू,
Leave a comment
Leave a comment