नई दिल्ली:भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में इस समय अपने गोल्डन पीरियड से गुजर रही है। हाल ही में टीम ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे दमदार टीमों को टेस्ट पटखनी दी है। खास बात यह है कि टीम के अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी का असर टीम के प्रदर्शन पर बिलकुल भी नहीं पड़ा। विराट कोहली के ना होने पर भी अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में टीम इंडिया ने कंगारू टीम को उसकी सरजरमीं पर हार का स्वाद चखाया। भारत की तरफ से हाल फिलहाल में डेब्यू करने वाले मोहम्मद सिराज, वॉशिंगटन सुंदर, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव जैसे युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता। इसी बीच, पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल भी भारतीय क्रिकेट के फैन हो गए हैं। उन्होंने टीम की सफलता का क्रेडिट राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को दिया है।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अकमल ने कहा, ‘भारत ने अपनी लाल गेंद की क्रिकेट के लिए बिल्कुल भी समझौता नहीं किया है। स्कूल लेवल पर भारत में दो दिन और तीन दिन वाले मैच खेले जाते हैं, आज,टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट को महत्व देने की वजह से उनके पास इस समय 50 से ज्यादा खिलाड़ियों का पूल मौजूद हैं। अगर सिर्फ धोनी को छोड़ दे तो इंडियन क्रिकेट के सभी लीजेंड ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना मैच टेस्ट के रूप में खेला है। यह उनके विजन को दिखाता है। किस तरह से एक टीम को बनाना है और किस तरह से खिलाड़ियों को इंडियन सेटअप में लेकर आना है।’
अकमल ने आगे कहा, ‘उनके व्हाइट बॉल या लिस्ट-ए खिलाड़ी जब इंटरनेशनल क्रिकेट में आते हैं तो वह पहले से ही 40 से 50 मैच खेल चुके होते हैं। आप सूर्यकुमार यादव का उदाहण ले सकते हैं, जिन्होंने काफी लंबे समय के इंतजार के बाद अपना डेब्यू किया। इन सभी खिलाड़ियों को कम से कम 4 से 5 साल का घरेलू क्रिकेट का अनुभव होता है। वह जब इंडियन टीम में आते हैं तो पहले से काफी परिपक्व रहते हैं।’ अकलम ने इससे पहले बयान देते हुए कहा था कि भारत की सी टीम भी अगर श्रीलंका दौरे पर जाती है तो वह भी जीत हासिल करने में सफल रहेगी।
पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर ने भारतीय क्रिकेट की सफलता के लिए लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले को क्रेडिट देते हुए कहा, ‘भारतीय क्रिकेट का माइंडसेट कमाल का है। आप इंडिया के 90 दशक के लीजेंड को देखिए, राहुल द्रविड़ से लेकर अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण यह सभी इंडियन क्रिकेट में किसी ना किसी तरीके से अपना योगदान दे रहे हैं। वह नई पीढ़ी की मदद कर रहे हैं। यह सिर्फ आईपीएल तक ही सीमित नहीं है वह घरेलू क्रिकेट पर भी नजर रखते हैं, चाहे वो वीरेंद्र सहवाग हों या युवराज सिंह। भारत ने क्रिकेट के ब्रांड को बदल कर रख दिया है, लेकिन वह अपने पुराने लेवल से ऊपर उठे हैं।’