मुंबई:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपना महत्वपूर्ण संबोधन शुरू कर दिया है। दास ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि वह कुछ ऐलान करने वाले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि वह कोरोना वायरस महामारी की नई लहर के बीच आर्थिक स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए कुछ उपायों की घोषणा कर सकते हैं। इसी बीच लोन बॉरोअर्स एक बार फिर लोन मोरेटोरियम की उम्मीद कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच कई राज्य सरकारों ने स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई हैं। इससे बड़ी संख्या में लोगों की आजीविका पर असर पड़ा है।
आरबीआई के गवर्नर के संबोधन की बड़ी बातेंः
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि COVID के लिए 15000 करोड़ रुपए की Liquidty बनाए रखेगा भारतीय रिजर्व बैंक। उन्होंने कहा कि गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक बैंक इस रकम का इस्तेमाल वैक्सीन बनाने, दवाओं की मैन्युफैक्चरिंग और दूसरे कामों के लिए दे पाएंगे। यह सुविधा 31 मार्च 2022 तक रहेगी।
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रसार को देखते हुए व्यापक और त्वरित कार्रवाइयों की आवश्यकता है।
- शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक कोविड-19 से जुड़ी उभरती परिस्थितियों पर अपनी नजर बनाए रखेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक दूसरी लहर से प्रभावित देश के नागरिकों, बिजनेस इकाइयों और संस्थाओं के लिए यथासंभव कदम उठाना जारी रखेगा।
- COVID के कारण कारोबारी गतिविधियां ठप सी पड़ गई हैं। बिजनेस इस वातावरण में कैसे अपने कारोबार को आगे बढ़ाएं इस पर गौर कर रहे हैं। नए तरीके सीख रहे हैंः शक्तिकांत दास
- जनवरी से मार्च के बीच Consumption बढ़ा है। साथ ही बिजली की खपत में भी तेजी आई है। Indian railways के माल भाड़े में बढ़ोतरी हुई हैः आरबीआई गवर्नर
- PMI अप्रैल में 55.5 पर पहुंच गया जो मार्च से बढ़ा है। CPI बढ़ा है, जो मार्च में 5.5 फीसद हो गया। फरवरी में यह कम थाः शक्तिकांत दास
- आरबीआई गवर्नर ने कहा, ”दाल-दलहन, तिलहन और दूसरे जरूरी सामान के रेट में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। ऐसा Covid के कारण सप्लाई चेन की सीरीज टूटने से हुआ है।”
- उन्होंने कहा, ”भारत का एक्सपोर्ट मार्च में काफी बढ़ा है। भारत सरकार के आंकड़ों की मानें तो अप्रैल में यह तेजी से बढ़ा है।”
- दास ने कहा कि बाजार से सरकारी सिक्योरिटी को काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। RBI इस Tempo को आगे भी बढ़ाने की सोच रहा है, ताकि मुनाफे को भुनाया जा सके।