रवि जैन/विरार। कोरोना के खतरे के बीच डॉक्टर्स, नर्स व मेडिकल स्टाफ जान हथेली पर लेकर ड्यूटी कर रहे हैं। वसई विरार शहर महानगरपालिका क्षेत्र में कोरोना वायरस तेज़ी से पांव पसार चुका है, ऐसे में अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज़ों के आने से डॉक्टर समेत मेडिकल स्टाफ़ को हर तरह का सामना करना पड़ रहा होगा, लेकिन डॉक्टर अपनी हार नहीं मान रहे है। वे 24×7 मरीज़ों का इलाज एवं सेवा देने के लिए तत्पर है। गौरतलब है कि पीपीई किट को कोरोना से बचने के लिए डॉक्टर पहनते है। लेकिन इस पीपीई किट को पहनने के कारण डॉक्टरों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक डॉक्टर का कहना है कि पीपीई किट को पहनने के 20-25 मिनट के बाद ही पसीना आने लगता है। ऐसे में उमस भरी गर्मी में डॉक्टर पीपीई किट पहन कर किस तरह से कोरोना संक्रमण मरीजो की सेवा में जुटे है यह हम आप सोच सकते है।
जानकारी के अनुसार, वसई-विरार शहर महानगरपालिका जीवदानी कोविड हॉस्पिटल सेंटर में कोरोना मामले आ रहे है ऐसे में वसई विरार मनपा मुख्य वैद्यकीय आरोग्य विभाग की डॉ. सुरेखा वालके के मार्गदर्शन में उक्त अस्पताल की हेड डॉक्टर मरीना फिलिप्स एवं उनका स्टाफ़ जी जान से मरीज़ों की सेवा में लगा हुआ है और उन्हें स्वस्थ करने का पूरा प्रयास कर रहा है। वैसे तो महानगरपालिका के अलग – अलग कोविड सेंटर व कोविड अस्पताल में मनपा डॉक्टर,प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर व स्टॉफ अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजो की सेवा में लगा हुआ है। नालासोपारा के मुकेश त्रिपाठी का कहना है कि किसी भी समय में चाहे वो रात के 12 बजे हो या 1 बजे हो मैंने कॉल किया तो उन्होंने तुरंत फ़ोन उठाया है और मरीज़ को अड्मिट करने का बाद उसका इलाज और मरीज़ स्वस्थ हुए है। हालाँकि कुछ लोगो की उपचार के दौरान मौत हो गई। त्रिपाठी ने कहा कि अभी तक मेरे द्वारा सैकड़ों मरीज़ भर्ती करवाए जा चुके है, लेकिन डॉक्टर मरीना ने अपनी हार नहीं मानी,उनका स्टाफ़ दिन – रात मरीज़ों को अपनी सेवाएँ देने में लगा हुआ है।
अभी हाल ही में डॉ.मरीना व उनका स्टॉफ ने एक मरीज को मौत के मुंह से बाहर निकाला था,मरीज की हालत इतनी खराब हो गई थी,उसका बच पाना बहुत मुश्किल था। लेकिन डॉ.व स्टॉफ की कड़ी परिश्रम के बाद मरीज ठीक होकर घर गया। कहते है कि बचाने वाला ही भगवान होता है। मरीज के परिजन ने डॉक्टर व उनकी टीम का आभार व्यक्त किया है। मनपा जीवदानी कोविड हॉस्पिटल से जानकारी मिली है कि अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 तक कुल 1321 कोरोना मरीज भर्ती हुए है,जिसमे 858 लोग डिस्चार्ज हुए है,जबकिं 121 लोगो की जान जा चुकी है। वही वसई -विरार मनपा 4 कोविड हॉस्पिटल,1 कोविड केयर सेंटर (म्हाडा),1 कोविड हेल्थ सेंटर (वरुन) तथा मनपा क्षेत्र में 37 कोविड प्राइवेट हॉस्पिटल बनाया गया है। वही 11023 मरीज अलग – अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।डॉ.मरीना फिलिप्स (विविसीएमसी-जीवदानी कोविड हॉस्पिटल ) ने कहा कि अपना और अपने परिजनों का ध्यान रखने की जरूरत है,कोविड नियमों का लोग सख्ती से पालन करें,मास्क,सोशल डिस्टेंसिंग व सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें, बेवजह घरों से बाहर न निकले,जरूरत है तभी निकले। घर में रहो सुरक्षित रहो।
डॉ. सुरेखा वालके के मार्गदर्शन डॉक्टर व स्टाफ निभा रहे बखूबी अपनी जिम्मेदारी
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