नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) गगनयान मिशन शुरू होने के बाद उससे संपर्क बरकरार रखने में मदद के लिए एक संचार उपग्रह (डाटा रिले सेटेलाइट) लांच करेगा। गगनयान अभियान के अंतिम चरण में पहुंचने से पहले यह उपग्रह लांच किया जाएगा जो अंतरिक्ष यात्रियों को लोअर अर्थ ऑíबट (एलईओ) में भेजेगा। इस अभियान का मानव रहित पहला चरण दिसंबर में शुरू होगा। सूत्रों ने कहा कि हम अपना उपग्रह भेजने की योजना बना रहे हैं, जो एक संचार उपग्रह के तौर पर काम करेगा।’
उन्होंने कहा कि 800 करोड़ रुपये की इस परियोजना को मंजूरी दे दी गई है और इस पर काम जारी है। दरअसल, कक्षा में स्थित उपग्रह पृथ्वी पर स्थित ग्राउंड स्टेशनों पर तब तक सूचनाएं नहीं पहुंचा सकता जब तक कि ग्राउंड स्टेशन उसकी स्पष्ट पहुंच में न हों। डाटा रिले सेटेलाइट उपग्रहों की जानकारियों को ग्राउंड स्टेशनों तक पहुंचाने में मदद करता है। बेहद क्षमतावान मानव अंतरिक्ष मिशन कार्यक्रम वाली अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पास भी अपना डाटा रिले सेटेलाइट है। उसका यह सेटेलाइट पृथ्वी पर अतिरिक्त ग्राउंड स्टेशनों का निर्माण किए बिना 24 घंटे सभी सेटेलाइटों की वैश्विक कवरेज उपलब्ध कराता है।