नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने गुरुवार 15 अप्रैल को 2020-21 के सत्र के लिए सालाना अनुबंध का ऐलान कर दिया है। बीसीसीआइ ने कुल 28 खिलाड़ियों के साथ अक्टूबर 2020 से सितंबर 2021 की अवधि तक के लिए करार किया है। बीसीसीआइ ने दो दर्जन से ज्यादा खिलाड़ियों को चार वर्गों में बांटा है। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड ने ग्रेड ए प्लस में इस बार भी तीन खिलाड़ियों को शामिल किया है।
बीसीसीआई ने 2020-21 के सत्र के लिए जिन खिलाड़ियों के साथ करार किया है, उनको अलग-अलग राशि मिलने वाली है। ए प्लस कैटेगरी में खिलाड़ियों को 7-7 करोड़ रुपये मिलेंगे, जबकि ए ग्रेड वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये सालानी मिलने वाले हैं। वहीं, ग्रेड बी के खिलाड़ियों को 3 करोड़ और ग्रेड सी में शामिल हुए खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये मिलने वाले हैं। ए+ ग्रेड में 3, ए ग्रेड में 10, बी ग्रेड में 5 और सी ग्रेड में 10 खिलाड़ी शामिल हैं।
बीसीसीआई ने कई खिलाड़ियों को इधर से उधर किया है, जबकि केदार जाधव और मनीष पांडे को इस बार बीसीसीआइ ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की इस लिस्ट से बाहर रखा है। वहीं, पिछले साल की तरह इस बार भी बीसीसीआइ ने ए प्लस ग्रेड में तीन खिलाड़ियों को ही चुना है, जिन्हें 7-7 करोड़ रुपये इस साल खेलने के लिए मिलने वाले हैं, जो कि मैच फीस या अन्य भत्तों से अलग हैं।
ए+ ग्रेड (विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह)
ए ग्रेड (आर अश्निन, रवींद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, केएल राहुल, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, रिषब पंत और हार्दिक पांड्या)
बी ग्रेड (रिद्धिमान साहा, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर और मयंक अग्रवाल)
सी ग्रेड (कुलदीप यादव, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, शुभमन गिल, हनुमा विहारी, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर, वॉशिंग्टन सुंदर, युजवेंद्र चहल और मोहम्मद सिराज)