देवों के देव महादेव जो साक्षात काल के काल महाकाल है उनका महामृत्युंजय जाप करने से मनुष्य हो या देव उसके सभी कष्ट दूर हो जाते है उनका मंत्र जाप हमें प्रतिदिन करना चाहिए। जिससे हम निरोगरहित रह सकते है और सभी बाधाएं कट जाती है।
महादेव जी, सृष्टि की उत्पत्ति संहारकर्ता है वह उमापति के नाम से भी जाने जाते है। महादेव सदा अपने भक्तों पर कृपा बरसाते रहते हैं। बस नाम जपने पर ही मनुष्य का कष्ट सब दूर हो जाता है। सिर्फ यही नहीं, शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत माने गए हैं। शिव का अर्थ यद्यपि कल्याणकारी माना गया है, लेकिन वे हमेशा लय एवं प्रलय दोनों को अपने अधीन हैं।
सोमवार के दिन महादेव की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। साथ ही उनके मंत्रों का जाप भी किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, सोमवार के दिन अगर शिवजी का व्रत किया जाए तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन केवल भगवान शिव की ही नहीं बल्कि देवी पार्वती जी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। सोमवार को शिवजी का व्रत करने से व्यक्ति की हर मनोकामना की पूर्ति होती है। जो व्यक्ति इस दिन व्रत करते हैं उन्हें दिन में एक ही बार भोजन ग्रहण करना चाहिए। पूजा के दौरान व्यक्ति को भोलेशंकर की आरती और कथा जरूर पढ़नी चाहिए। साथ ही भोलेनाथ के मंत्रों का जाप भी करना चाहिए। आइए पढ़ते हैं शिवजी के मंत्र जिनका जाप आपको पूजा के दौरान करना चाहिए।
महामृत्युंजय मंत्र:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥