अहमदाबाद:भारत और इंग्लैंड के बीच जारी चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया यह डे-नाइट टेस्ट मैच दो दिन के अंदर ही खत्म हो गया। दो दिन में कुल 30 विकेट गिरे और टीम इंडिया ने 10 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज में 2-1 से अजेय बढ़त बना ली। इस मैच के बाद से ही मोटेरा पिच को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है, तमाम पूर्व क्रिकेटरों ने पिच को लेकर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की राय इससे बिल्कुल अलग है।
गावस्कर ने जीत का क्रेडिट भारतीय स्पिनरों आर अश्विन और अक्षर पटेल को दिया। उन्होंने कहा, ‘इसी पिच पर रोहित शर्मा और जैक क्राउली ने हाफसेंचुरी जमाई। इंग्लैंड रन बनाने के बजाय विकेट बचाए रखने के बारे में सोच रहा था। अक्षर पटेल को श्रेय देना चाहिए जिस तरह से उसने खास गेंदों का उपयोग किया। अश्विन और अक्षर का प्रदर्शन शानदार था।’ इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रीम स्वान ने केवल एक स्पिनर के साथ उतरने के लिए इंग्लैंड की आलोचना की। भारत के हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने कहा कि मोटेरा की टर्निंग पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श नहीं है। पूर्व बल्लेबाज लक्ष्मण ने कहा, ‘यह टेस्ट मैच के लिए आदर्श पिच नहीं थी। यहां तक कि भारतीय बल्लेबाज भी नहीं चले।’ भारत की तरफ से 400 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल हरभजन का भी ऐसा मानना था। इस 40 वर्षीय ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘यह आदर्श पिच नहीं थी। अगर इंग्लैंड अपनी पहली पारी में 200 रन बना लेता तो भारत भी संकट में होता। लेकिन दोनों टीमों के लिए पिचें समान हैं।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी पिच पर नाखुशी जताई। उन्होंने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया, ‘अगर इस तरह की पिचें तैयार की जाती है तो मेरे पास जवाब है कि यह कैसे काम कर सकता है। टीमों को तीन पारियां खेलने के लिए दो।’ युवराज सिंह ने ट्वीट किया, ‘मैच दो दिन में समाप्त हो गया, पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिये अच्छा है। अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह इस तरह के विकेट पर गेंदबाजी करते तो उनके नाम पर 1000 और 800 विकेट दर्ज होते। फिर भी अक्षर क्या स्पैल था। बधाई। अश्विन, इशांत को बधाई।’ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘एक मैच के लिए ऐसा विकेट ठीक है जहां बल्लेबाज के कौशल और तकनीक का टेस्ट होता है लेकिन मैं इस तरह का विकेट और नहीं देखना चाहता और मुझे लगता है कि सारे खिलाड़ी भी नहीं चाहते। बहुत अच्छे, इंडिया।’