झुंझुनू: पिलानी देवरोड़ मार्ग पर श्योराणों की ढाणी से ऐसी सनसनीखेज वारदात सामने आई है जिसे जानकार आपकी रूह कांप जाएगी। एक दरिन्दे ने पांच साल की मासूम के ऐसा सलूक किया है कि आपकी शरीर का खून खौल उठेगा। मामला कुछ ऐसा है कि यहां श्योराणों की ढाणी में एक पांच साल की बच्ची अपने भाई के साथ खेल रही थी, तभी एक दरिन्दे ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ हैवानियत को अंजाम दिया। इसके बाद जब हडकंप मचा तो करीब तीन घंटे के बाद उसे पास के ही दूसरे गांव गाड़ाखेड़ा में एक कुएं के पास खून से लथपथ हालत में पाया गया। इसके बाद आनन-फानन में उसे पास के ही अस्पताल भेजा गया, फिर बाद में जयपुर रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि बच्ची अभी भी बेहोश है वहीं दूसरी तरफ घटना के करीब छह घंटे बाद रात 11 बजे 21 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, पांच साल की मासूम शाम के साढ़े 5 बजे अपने 10 साल के भाई के साथ खेल रही थी तभी एक युवक वहां स्कूटी से आया और बच्ची को उठकार तेजे से निकल गया। इसके बाद बच्ची का भाई आरोपी के गाड़ी के पीछे भागा भी और उसने आरोपी के भागने के दौरान गाड़ी के ऊपर पत्थर भी फेंके पर तब तक वह निकल गया। घटना की सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी की और इसी बीच करीब ढाई-तीन घंटे बाद गाड़ाखेड़ा पुलिस चौकी को सूचना मिली कि शाहपुर रोड पर एक कुएं के पास रोते हुए एक मासूम मिली है। जो कि खून से सराबोर है। सूचना के बाद चौकी प्रभारी शेरसिंह फोगाट मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बच्ची को पास के ही अस्पताल पहुंचाया। लेकिन जब यहां बच्ची की हालत गंभीर हो गई तो उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। मासूम के मिल जाने के बाद उसके परिजन अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी हालत देख वह भाई बिलख पड़ा जो कुछ देर पहले ही उसके साथ खेल रहा था। इसके बाद अस्पताल में मेडिकल बोर्ड के द्वारा बच्ची का मेडिकल किया गया। इसके बाद मासूम को डॉ. ढाका व प्रशिक्षु आरपीएस गरिमा जिंदल की निगरानी में जयपुर रैफर कर दिया गया। इधर, घटना के करीब छह घंटे बाद रात 11 बजे 21 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने पूछताछ में सामने आया कि वह मासूम को चॉकलेट के बहाने साथ लेकर गया।
प्रकरण के बारे में जानकारी देते हुए एसपी, झुंझुनूं मनीष त्रिपाठी ने बताया कि, मासूम के गुनाहगार को किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। हम हर सबूत जुटायेंगे और यह तय करेंगे कि जल्द से जल्द जांच होकर उसे सजा मिले। मामले की पूरी पड़ताल की जा रही है। साथ ही चिड़ावा के प्रभारी चिकित्सक डॉ. नितेश जांगिड़ ने बताया कि, मैंने अपने अब तक के सेवाकाल में दरिंदगी का ऐसा केस मैंने पहले कभी नही देखा- रेयरेस्ट टू रेयर। मासूम के शरीर को बहुत नुकसान हुआ है। मैं बता नहीं सकता। बच्ची बेहद डरी हुई है और कुछ नहीं बता पा रही है।