मुरादाबाद:जयाप्रदा पर टिप्पणी मामले में फरार रामपुर के पूर्व चेयरमैन अजहर के खिलाफ शिकंजा कस गया है। बुधवार को अदालत ने आरोपी के खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी किया। दूसरी तरफ सुरक्षा कारणों से छजलैट बवाल के आरोपी सांसद आजम भी कोर्ट नहीं पहुंचे। लिहाजा कोर्ट में केस की सुनवाई नहीं हो सकीं। एमपी एमएलए की विशेष अदालत में अब दोनों मामलो की सुनवाई दो दिसंबर को होगी।
30 जून, 2019 को रामपुर से आजम खां की जीत की खुशी में मुरादाबाद में सम्मान कार्यक्रम हुआ था। इसमें सपाइयों ने जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी। इस मामले में आजम व मुरादाबाद के सांसद समेत तमाम सपाइयों के खिलाफ मुकदमा कायम हुआ। यह जांच सीबी सीआईडी कर रही है। केस की सुनवाई एमपी-एमएलए की विशेष अदालत में हो रही है। इसी मामले में रामपुर के पूर्व चेयरमैन अजहर के खिलाफ केस के विवेचक की ओर से गिरफ्तारी वारंट की अर्जी दी थी। कोर्ट ने अजहर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए थे। बुधवार को अदालत ने सख्ती दिखाई। केस के विवेचक ब्रिजेन्द्र सिंह की ओर से कुर्की की कार्रवाई करने को प्रार्थाना पत्र दिया जिस पर अदालत ने कुर्की का नोटिस जारी के आदेश दिए है। दूसरी तरफ विशेष न्यायालय में बारह साल पुराने छजलैट प्रकरण में भी सुनवाई होनी थी। कोर्ट में आरोपी आजम व बेटे अब्दुल्ला की पेशी थी। लेकिन बार चुनाव के कारण कार्य स्थगन हो गया। मामले में जिला शासकीय अधिवक्ता मुनीश भटनागर रहे। दोनों मामलों में अब दो दिसंबर को सुनवाई होगी।
कांठ प्रकरण की सुनवाई भी टली
बार चुनाव के कारण कांठ प्रकरण मामले में भी सुनवाई न हो सकीं। छह साल पहले कांठ में हुए बवाल में केबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक रितेश गुप्ता समेत तमाम भाजपाई आरोपी है। हालांकि शासन स्तर से केस वापसी के आदेश है। वाद वापसी पर ही कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुनवाई के चलते मामले में मंत्री,विधायक समेत पैंतीस आरोपियों की कोर्ट में पेश होना था। पर चुनाव के कारण कार्य स्थगन की सूचना से मंत्री, विधायक आरोपी कोर्ट में नहीं पहुंचे। कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से अपर डीजीसी मुनीश भटनागर ने पक्ष रखा। कांठ मामले की सुनवाई अब पांच दिसंबर को होगी।