पटना:नीतीश कुमार ने आज राजभवन में 7वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश के साथ 4 बार के विधायक तारकिशोर प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। वो वैश्य समुदाय से आते हैं। अति-पिछड़ा वर्ग से आने वाली रेणु देवी को भी शपथ दिलाई गई।
पोर्टफोलियो भले नहीं बंटा, लेकिन नीतीश के बगल की दो कुर्सियों पर तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी के बैठने से ये साफ हो गया कि तमाम विरोधों के बावजूद ये दोनों ही उप-मुख्यमंत्री हैं।
शपथ ग्रहण में अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद हैं। शाह और नड्डा पहली पंक्ति में बैठे, पर इस कतार में सुशील मोदी का नाम नहीं था।
इन्होंने ली शपथ | किस कोटे से मंत्री बने | कहां से विधायक |
तारकिशोर | भाजपा | 4 बार कटिहार से विधायक। सुशील मोदी के करीबी। |
रेणु देवी | भाजपा | बेतिया से विधायक। पिछली नीतीश सरकार में भी मंत्री थीं। अति पिछड़ा वर्ग से आती हैं। |
विजय चौधरी | जदयू | पिछली विधानसभा में स्पीकर थे। नीतीश के करीबी। इस बार सरायरंजन से जीते हैं। यहां से 6 बार से विधायक हैं। |
विजेंद्र यादव | जदयू | सुपौल से 1990 से लगातार विधायक हैं। पिछली सरकार में ऊर्जा मंत्री थे। |
अशोक चौधरी | जदयू | सकरा से विधायक बने। नीतीश के करीबी माने जाते हैं। |
मेवालाल चौधरी | जदयू | तारापुर से विधायक हैं। दूसरी बार विधायक बने हैं और राजनीति में आने से पहले राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। |
शीला कुमारी | जदयू | मधुबनी की फूलपरास से पहली बार विधायक बनीं। नीतीश की करीबी मानी जाती हैं। |
संतोष मांझी | हम | जीतनराम माझी के बेटे हैं। इन्हें विधान परिषद से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। |
मुकेश सहनी | VIP | सिमरी बख्तियारपुर से हारने के बावजूद मंत्री बनाए गए। VIP के अध्यक्ष हैं। पार्टी ने 4 सीटें जीती हैं। |
मंगल पांडेय | भाजपा | विधान परिषद के सदस्य हैं। पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। |
ताजपोशी में तेजस्वी नहीं
राजद नेता तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो रहे। भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी दो दिन से घर से बाहर ही नहीं निकले। तेजस्वी ने हार नहीं मानी है। वे चुनाव नतीजों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली में विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। इस वजह से महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) भी शपथ ग्रहण समारोह का बायकॉट कर रहा है। उधर, लोजपा को समारोह का न्योता नहीं मिला है। इस वजह से चिराग पासवान और उनकी पार्टी के इकलौते विधायक शपथ ग्रहण में नहीं जा रहे।