मुंबई:महाराष्ट्र में मार्च से बंद सभी धार्मिक स्थल सोमवार सुबह से खुल गए। राज्य में कोरोना लॉकडाउन के चलते बीते सात महीनों से भी ज्यादा समय से सभी धार्मिक स्थल बंद थे। हाल ही में उद्धव सरकार ने धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने की अनुमति दी थी। मंदिर खुलने के बाद, एएनआई के हवाले से आई तस्वीरों के अनुसार भक्त बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भक्तों ने नागपुर के श्री गणेश टेकड़ी मंदिर के खुलने के बाद भगवान के दर्शन और पूजा अर्चना की।
नियमों का होगा सख्ती से पालन
राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार, कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर स्थित धार्मिक स्थलों को तय समयानुसार खोलने की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं को क्रमबद्ध तरीके से अंदर जाने की इजाजत होगी। राउत ने कहा कि सरकार ने जो एसओपी जारी की है, उनका कड़ाई से पालन जरूरी है। श्रेय लेने की कोई जरूरत नहीं है। भगवान की इच्छा थी कि लोग घरों में रहें और अब भगवान की इच्छा है कि पूजा स्थलों को सावधानियों के साथ पुन: खोला जाए।
शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ये घोषणा की थी की सोमवार से महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थलो को फिर से खोल दिया जाएगा। शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने कहा की महाराष्ट्र मे धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का फैसला किसी की हार या जीत का नही है। इस पर श्रेय लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता। हालांकि कोरोना वायरस के मामलों में महाराष्ट्र की स्थिति अभी भी खराब बनी है।
सिद्धिविनायक मंदिर में एक हजार श्रद्धालुओं को अनुमति
मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में आज से प्रतिदिन केवल एक हजार श्रद्धालुओं को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। श्रद्धालुओं को मोबाइल ऐप के माध्यम से पूजा के लिए अलग-अलग समय दिया जाएगा। यह जानकारी रविवार को इसके अध्यक्ष आदेश बांडेकर ने दी। बांडेकर ने संवाददाताओं से कहा कि सिद्धिविनायक ट्रस्ट ने एक मोबाइल ऐप विकसित किया है जिसके माध्यम से सोमवार से श्रद्धालु दर्शन के लिए समय बुक कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ”श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए अपने मोबाइल फोन पर श्री सिद्धिविनायक मंदिर ऐप डाउनलोड करना होगा। उन्हें ब्यौरा भरना होगा और समय बुक करना होगा जिसके बाद निर्धारित समय के साथ क्यूआर कोड का सृजन होगा। दिन भर में एक हजार लोगों को क्यूआर कोड दिया जाएगा।”