गांधी नगर (बेंगलुरु)। तेरापंथ सभा भवन में शासन श्री साध्वी श्री कंचन प्रभा जी, साध्वी श्री लावण्या श्री जी,साध्वी श्री अणिमा श्री ज एवं साध्वी श्री मंगल प्रज्ञा जी एवं साध्वी श्री उज्जवल प्रभा जी की सहयोगिनी साध्वी साध्वीश्री अनुप्रेक्षा श्री जी एवं साध्वी सन्मति प्रभाजी आदि 21 साध्वियों की पावन सानिध्य एवं सादर उपस्थिति में सभा भवन के आंगन को सुरम्य बना दिया। तप के इस ऐतिहासिक अवसर पर मंचासीन चरित्र आत्माओं के मध्य आसीन तपस्विनी साध्वी मैत्रि प्रभा जी को देखकर उपस्थित श्रावक समाज गौरव का अनुभव कर रहा था। संपूर्ण भारतवर्ष में विराजित साधु-साध्वियों द्वारा शुभकामनाएं प्रेषित की गई उन सभी मंगल पत्रों का वाचन विशिष्ट पदस्थ व्यक्तियों द्वारा किया गया। मंदिर मार्गी समुदाय की साध्वी श्री विद्युत प्रभाजी द्वारा प्रेषित मंगल भावना पत्र का वाचन अभातेयुप के निवर्तमान अध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने किया गांधीनगर यूवक परिषद ने श्री डूंगरगढ़ से प्रेषित अभिनंदन गीत का संगान किया।
‘शासन श्री’ साध्वी कंचन प्रभा जी ने तप त्योहार में सभी साधवियो के साथ साध्वी मैत्री प्रभा को वर्धापित्त किया । साध्वी कर्णिकाश्रीजी, साध्वी सुधा प्रभा जी एवं साध्वी समत्वय यशाजी ने अपने भावपूर्ण प्रस्तुति से परिषद को भावविभोर कर दिया। साध्वी श्री अणिमा श्री जी ने समागत सभी साध्वी परिवार को आत्मीय उपहार से सम्मानित किया। साध्वी श्री सिद्धांत श्री, साध्वी जी सिद्धि यशा जी एवं साध्वी दर्शित प्रभा जी ने गण का गौरव गाए हम’ गीत का संगान किया। साध्वी राजूल प्रभाजी, साध्वी चैतन्य प्रभा जी,साध्वी श्री साध्वी चैतन्य प्रभा जी,साध्वी शौर्यप्रभा जी,साध्वी श्री दर्शित प्रभाजी,साध्वी सिद्धि यशाजी एवं समणी संचित प्रज्ञा जी ने ‘मंगल मैजिक शो’ कार्यक्रम प्रस्तुत कर संपूर्ण परिषद को रोमांचित कर दिया। साध्वी श्री उदीतप्रभाजी,साध्वी निर्भय प्रभा जी एवं साध्वी चेलना से जी ने परिसंवाद शैली में अपनी भावाभीव्यक्ति दी। शासन श्री साध्वी मंजू रेखा जी ने समूह संगान के पूर्व अपने उद्गार में कहा विनय और समर्पण की स्वस्थ परंपरा तेरापंथ धर्म संघ में देखी जा सकती है । साध्वी अणिमा श्रीजी एवं शादी मंगल प्रज्ञा जी आदि सभी साध्वियो के उत्साह युक्त मृदु व्यवहार को देखकर हमारा मन गदगद हो गया। ऐसी पारस्परिक स्नेह भाव, ने अभाव विनय भाव को देखकर समस्त श्रावक समाज नई प्रेरणा पा रहा है। साध्वी अनुप्रेक्षा जी ने आराध्य की शक्ति संरक्षण की प्रेरणा और सहयोग, संकल्प से तपस्विनी साध्वी मैत्री प्रभा जी के लक्षित मुकाम तक पहुंची है। साध्वी श्री कर्णिकाश्री जी ने कहा साध्वी मैत्री प्रभाजी वय से वैसे मुझसे छोटी है प्रताप में आगे बढ़ रही है।
उन्होंने साध्वी प्रमुखा सी जी के द्वारा प्रदत संदेश का वाचन किया । तपस्विनी साध्वी मैत्री प्रभा जी ने तेरापंथ शासन को सौभाग्यशाली की धरा बताते हुए कहा आचार्य तुलसी ,आचार्य महाप्रज्ञ और आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में संयम का विकास किया । तप के पथ पर वर्षगांठ होती रही । साध्वी प्रमुखा श्री जी का शक्ति संदेश मुझ में नया शौर्य भरता रहा । साध्वी अणिमा श्री जी एवं साध्वी कर्णिकाश्रीजी, साध्वी सुधा प्रभा जी एवं समत्वय यशाजी ने सेवा सहयोग के द्वारा मेरा मार्ग प्रशस्त किया एवं कृतज्ञता ज्ञापित की। साध्वी मंगल प्रज्ञा जी ने अपने भावों की प्रस्तुति में कहा जैन शासन में तेरापंथ शासन का सौभाग्य है जहां महातपस्वी श्री आचार्य श्री महाश्रमण जी की अनुशासना में तप के नए नए कीर्तिमान बन रहे हैं । सर्वतो भद्र तप बाहय तप है पर तपस्विनी साध्वी ने आमयत्वर तप की साधना की है । हमें आज के दिन जप तप के साथ उपसम की साधना करनी चाहिए ,अभिमान को दूर करने की कोशिश करते हुए वीतरागता की ओर हमारा प्रस्थान हो । साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी ने भावो के उपहार के द्रव्यों का उपहार संप्रेषित किया।
साध्वी सुधाप्रभा जी ने अपने सयोजकीय वक्तव्य में कहा इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की मुख्य नायिका तपाराधिका साध्वी मैत्री प्रभाजी है उन्होंने कीर्तिमान बनाकर संघ एवं कुल का नाम रोशन किया है। बेंगलुरु के श्रावक समाज द्वारा मुनि वृंद एवं साध्वी वृंद की प्रेरणा से जप एवं तप का प्रेणादायी उपहार सजाकर तप की अनुमोदना की। विजय नगर कन्या मंडल ने मंगल दीप मार्केट एवं मैत्री म्यूजियम की सुंदर प्रदर्शिनी लगाई। तप संपादन में परम आत्मीय सहयोग प्रदायिका साध्वी श्री अणिमा श्रीजी ने कहा- हमारी भाव धारा में पवित्रता , निर्मलता रहनी चाहिए अपनी साधना करके हम संघ की संवर्धना कर रहे हैं। आचार्य भिक्षु की दूरदर्शी मर्यादा, अनुशासन ने संघ विकास में चार चांद लगाए हैं । हम संघ के सजग प्रहरी है इतिहास में जोड़ने वाले मुनी श्री नमीकुमार जी तीन मास का मन कर संघ की नींव को गहरा किया है । गुरु दृस्टि की आराधना हमारा परम लक्ष्य रहे । तप के इस अनुमोदना क्रम में प्राप्त लगभग 70 शुभ भावना पत्र प्रेषित किए गए । सभी के प्रति साध्वी श्री जी ने आभार व्यक्त किया । बेंगलुरु के सातों महिला मंडल, युवक परिषद ने तप अनुमोदना स्वर से भवन को गुंजायमान किया । तपस्या की सम्पन्नता पर 3 दिनों के अखंड जाप का क्रम भी चला। साध्वी श्री लावण्या जी ने कहा तप में अनंत शक्ति है जो व्यक्ति को मन और तन से स्वस्थ बनाता है।
‘शासन श्री’ साध्वी जी कंचन प्रभाजी ने अपने उद्बोधन में कहा भगवान महावीर की साधना भिक्षु द्वारा प्रदत तेरापंथ शासन का दुर्लभ दस्तावेज साध्वी श्री मैत्री प्रभा जी ने रचा है । आज ऐसे संघ के सदस्यों के साथ तप अनुमोदना का कार्यक्रम मन को आनंद प्रदान करने वाला है । आवश्यकता है चतुर्वेद धर्मसंघ ज्ञान दर्शन ,चरित्र और तप की आराधना में संघ की श्रीवृद्धि करें। साध्वी सुधा प्रभा जी द्वारा किए गए संचालन कौशल ने आद्योपान्त श्रोताओं का ध्यान आकर्षित किए रखा।
उल्लेखनीय है कि प्रातः तप साधिका को शुभकामनाएं देने तपो मूर्ति उग्र विहारी मुनि श्री कमल कुमार जी ने गांधीनगर पधार कर साधुवाद प्रदान किया। हनुमंत नगर में विराजित मुनि श्री सुधाकर जी स्वामी ने अपनी भावनाएं सभा और तेयुप सदस्यों के द्वारा प्रेषित की। सभा अध्यक्ष श्री सुरेश जी दक, मंत्री नवनीत मुथा महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती शांति सकलेचा, ट्रस्ट अध्यक्ष जी गौतम चंद मुथा,अभातेयुप पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विमल जी कटारिया, विजयनगर सभा अध्यक्ष श्री राजेश जी चावत, राजाजीनगर के मंत्री श्री महावीर मेहता, आरआर नगर अध्यक्ष श्री मनोज जी डागा,श्री महावीर जी ढ़ेलडिया, श्री कैलास जी गोयल, श्री भूपेंद्र जी मुथा, हनुमान नगर से सुभाष जी बोहरा ने बाहर से प्राप्त साधु साध्वियों के संदेश का वाचन किया।
अभातेयुप कोषाध्यक्ष श्री दिनेश पोखरणा, टीपिफ महामंत्री श्री हिम्मत मांडोत,मुख्य ट्रस्टी श्री mc बलडोता, सभा व अनेक संस्थाओ के वर्तमान व पूर्व पदाधिकारीगण व अनेक गणमान्य जनो की विशेष उपस्थिति रही। तेयुप बैंगलोर अध्यक्ष श्री विनोद मुथा के नेतृत्व में युवाओं ने भावपूर्ण गीत का संगान किया। महिला मंडल अध्यक्षा श्री शांति सकलेचा व टीम ने गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की सफलता में सभा, तेयुप,महिला मंडल, ट्रस्ट का सराहनीय सहयोग रहा । प्रारंभिक संचालन सभा के कर्मठ मंत्री नवनीत मूथा ने किया। साध्वी कर्णिका जी ने श्रधेया महाश्रमणी वरा के सन्देश वाचन कर नई ऊर्जा का संचार किया।
साध्वी मैत्री प्रभा जी द्वारा लघु सर्वतोभद्र तपस्या की सानंद सम्पन्नता मैं आयोजित तप अनुमोदना कार्यक्रम

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