नई दिल्ली:पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक और वसीम अकरम ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान मुख्य कोच और चयनकर्ता मिसबाह उल हक की नकारात्मक हाव-भाव दिखाने के लिए आलोचना की। इंग्लैड ने जीत के लिए मिले 196 रन के लक्ष्य को पांच विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था। इंग्लैंड का स्कोर जब बिना किसी नुकसान के 65 रन था तब मिसबाह अपना एक हाथ चेहरे और सिर पर रख कर निराश दिख रहे थे।
इंजमाम ने कहा कि जब टीम मैदान में संघर्ष कर रही होती है तब इस तरह की प्रतिक्रियाएं टीम को नकारात्मक संदेश देती हैं। इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि इंग्लैंड की पारी के पांचवें ओवर के दौरान, जब पाकिस्तान अपने पावरप्ले के ओवरों की गेंदबाजी कर रहा था और 40-45 रन बना चुके थे तब टेलीविजन पर मिसबाह दिखे जिन्होंने अपना सिर पकड़ रखा था और वे निराश दिख रहे थे। उन्हें देख कर लग रहा था कि काफी बुरा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अभी दूसरी टीम को 155-160 रन और बनाने है, ऐसे में मैच किसी के पक्ष में भी जा सकता है लेकिन आप ऐसा संदेश दे रहे है जैसे आपने कुछ गलत कर दिया है। उन्होंने कहा कि आप मैच के बाद ठीक तरह से चर्चा कर सकते हैं लेकिन मैच के दौरान ऐसी प्रतिक्रिया देने का टीम पर बुरा असर पड सकता है। इंजमाम ने कहा कि मैच की स्थिति चाहे जैसी भी हो सकारात्मक प्रतिकिया देना जरूरी है। पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20,000 से ज्यादा रन बनाने वाले इंजमाम ने कहा कि पूर्व कोच मिकी आर्थर भी ऐसे ही प्रतिक्रिया देते थे।
वही मैच के दौरान कमेंट्री कर रहे वसीम अकरम ने कहा कि चाहे जो भी हो जाए किसी भी कोच के लिए जरूरी है कि वह सकारात्मक नजर आए। अकरम ने कहा, ‘सिर पर हाथ रखना कोच की तरफ से अच्छा संकेत नहीं है। ठीक है कि टीम और गेंदबाज दमदार प्रदर्शन नहीं कर रहे, लेकिन किसी भी कोच के लिए सबसे जरूरी बॉडी लैंग्वेज है। यह मायने नहीं रखता कि स्थिति क्या है। यह उनकी जिम्मेदारी सकारात्मक रहने की है। कम से कम सकारात्मक दिखो।’