मुंबई:बंबई उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर अनुरोध किया गया है कि समाचार चैनलों और अन्य संस्थानों को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ रोकने का निर्देश दिया जाए। याचिका में कहा गया कि इससे जांच प्रभावित हो सकती है। बुधवार को दाखिल याचिका को उच्च न्यायालय ने अभी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं किया है। याचिकाकर्ता नीलेश नवलखा और दो अन्य लोगों ने समाचार चैनलों को मामले में उनका कवरेज सीमित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।
याचिका में कहा गया कि इस मुद्दे पर जारी सनसनीखेज रिपोर्टिंग सीबीआई की जांच को प्रभावित कर सकती है। इसमें कहा गया है कि 14 जून को राजपूत के कथित रूप से खुदकुशी करने वाले दिन से ”अनेक प्रमुख मीडिया चैनल मीडिया ट्रायल कर रहे हैं और ”समानांतर कार्यवाही” चला रहे हैं। इसमें कहा गया कि टीवी चैनलों और अन्य मीडिया संस्थानों ने प्राथमिकी में आरोपी के तौर पर दर्ज लोगों को पहले ही ‘दोषी’ करार दिया है।
‘रिया ने कभी ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया’
दूसरी ओर, रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में अभिनेत्री रिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने के बावजूद उन्हें घेरा जा रहा है। रिया चक्रवर्ती, राजपूत के पिता द्वारा दर्ज आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में सीबीआई जांच का सामना कर रही हैं। वह प्रवर्तन निदेशालय की धनशोधन संबंधी पूछताछ और नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की जांच का भी सामना कर रही हैं।
रिया द्वारा नशीले पदार्थों का सेवन करने या अपने प्रेमी सुशांत को प्रतिबंधित मादक पदार्थ देने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए वकील मानशिंदे ने कहा, ”रिया ने अपनी जिंदगी में कभी ड्रग्स नहीं लिया और वह अपनी खून की जांच कराने को तैयार हैं।” मानशिंदे ने कहा, ”इससे पहले मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही थी, फिर बिहार पुलिस आई, उसके बाद ईडी, सीबीआई और अब एनसीबी।” उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ”अब केवल एनआईए, आयकर और आईबी रह गए हैं।” मानशिंदे ने कहा, ”रिया के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और अभी तक किसी एजेंसी को उनके खिलाफ कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला।”