डोंबिवली। डोम्बिवली में पर्युषण महापर्व का पांचवा दिवस- अणुव्रत दिवस के रूप मे मनाया गया तथा इस कार्यक्रम मे आशु भाषण रखा गया। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत नगीना जी मेहता द्वारा मंगलाचरण से हुई। आशु भाषण में 12 बहनों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया, जिसमे 1st हीना कच्छारा, 2nd नीता ओस्तवाल तथा 3rd सीमा कोठारी एवं सीमा इटोदिया रहीं। कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं होस्ट पायल परमार ने किया। आशु भाषण में दीपिका जी बड़ाला ने जज की भूमिका निभाई। आभार ज्ञापन सह सयोजीका रीना हिंगड़ ने किया। डोम्बिवली के सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति रही सभाध्यक्ष सुरेश जी सिंघवी, तेयुप अध्यक्ष सुरेश जी बैद एवं मुम्बई महिला मण्डल सह मंत्री सरोज जी सिंघवी, कार्यकारणी सदस्य सुधा जी सिंयाल, महिला मण्डल संयोजिका मधु जी कोठारी, सहसंयोजिका अनिता जी बडाला एवं 75 भाई बहनों की मौजूदगी से कार्यक्रम सफल हुआ।
पर्युषण महापर्व का छठा दिवस जप दिवस के रूप मे मनाया गया। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत लीला जी पटवारी द्वारा मंगलाचरण से हुई। सहसंयोजिका रीना हिंगड़ ने सभी का स्वागत किया। इस कार्यक्रम मे युवती बहनों द्वारा पर्युषण महापर्व, कोरोना महामारी पर बहुत सुंदर प्रस्तुति दी गई। zoom mittinng पर बहनों ने वीडियो के माध्यम से अपनी प्रस्तुतियां रखी,जिसमे 30 बहनों ने भाग लिया। विशेष अतिथि मुम्बई महिला मंडल की अध्यक्षा भाग्य श्री जी कच्छारा, मंत्री स्वीटी जी लोढ़ा, सहमंत्री सरोज जी सिंघवी, कार्यकारिणी सदस्य अंजना जी सिंघवी एवं सुधा जी सिंयाल की उपस्थिति रही। सभी संस्था संस्थाओं के पधाधिकारी, परामर्शक एवं 80 भाई-बहनों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन व होस्ट शिल्पा जी बड़ाला ने किया। पिंकी जी बडाला ने डोम्बिवली में अब तक जितनी भी संयोजिकाएं हुईं उनका पर्यूषण महापर्व पर वीडियो बनाया एवं प्रस्तुत किया। आभार ज्ञापन कोषाध्यक्ष रीना जी कोठारी ने किया।
पर्युषण महापर्व का सातवां दिवस ध्यान दिवस के रूप मे मनाया गया। शुभ शुरुआत महिला मंडल की सुमधुर मंगलाचरण से की गई। सह संयोजिका रीना हिंगड़ ने सबका स्वागत किया। इस दिन सभी संस्थाओ के साथ मिलकर डोम्बिवली मैं चातुर्मास के दौरान चल रही तपस्या का तपोभिनन्दन का कार्यक्रम रखा गया। अठाई, एकान्तर, एकाशन, आयम्बिल एवं बेला, तेला, सभी भाई बहनों के तप की अनुमोदना की। सभा अध्यक्ष सुरेश जी सिंघवी, तेयुप के अध्यक्ष सुरेश जी बेद, मुम्बई महिला मंडल सहमंत्री सरोज जी सिंघवी सभी ने तप अनुमोदना पर अपने विचार रखे। 12 भाई बहनों ने तप अनुमोदना पर गीतिकाओ के संगान किया। कुशल संचालन स्वीटी जी मेहता एवं होस्ट रिंकू जी मादरेचा ने किया। 60 भाई-बहनों की उपस्थिति से कार्यक्रम सम्पन हुआ।
पर्युषण महापर्व का आठवां दिवस सवत्सरी महापर्व के रूप मे मनाया। इस पर्व पर सभी ने उपवास, पोषध, सामायिक की। गुरुदेव का प्रवचन, मंगल पाथेय सुना। सभी भाई बहनों ने अपने परिवार के साथ सायंकालीन प्रतिक्रमण मैं 40 लोगगस का ध्यान कर एक दूसरे से क्षमायाचना की।
पर्युषण महापर्व का अंतिम दिन अपनी गलती की माफी मांगना और दूसरों की गलती को क्षमा करना क्षमायाचना दिवस के रूप मे मनाया गया। इस दिवस पर सभी संस्थाओ के साथ मिलकर सांयकालीन कार्यक्रम रखा गया। हम डोम्बिवली वाले अपने आपको बहुत सौभाग्य शाली मानते है कि इस दिन हमे पालघर मैं बिराजित समणी निर्देशिका कमल प्रज्ञा जी, करुणा प्रज्ञा जी, सुमन प्रज्ञा जी उरन में बिराजित समणी निर्देशिका मंगल प्रज्ञा जी एवं मनस्वी प्रज्ञा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ। सभी समणीवरा का आध्यात्मिक मिलन पहली बार वर्चुअल माध्यम से प्राप्त होने पर पूरा डोम्बिवली समाज में काफी प्रसन्नता रही। इस आध्यात्मिक मिलन को सफल बनाने मे मनोज जी सिंगवी, श्रीमती सुधा जी सियाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पूरे डोम्बिवली समाज ने समणी वरा से मिच्छामि दुक्कड़म किया एवं एक दूसरे से क्षमा मांगी।
सभाध्यक्ष सुरेश जी सिंघवी, तुलसी फाउंडेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शांतिलाल जी कोठारी, आभातेयुप के प्रबुद्ध विचारक जगदीश जी परमार, मुम्बई सभा के उपाध्यक्ष भगवतीलाल जी पटवारी, मुम्बई महिला मण्डल सहमंत्री सरोज जी सिंघवी, महिला मण्डल संयोजिका मधु कोठारी, तेयुप अध्यक्ष सुरेश जी बैद , राकेश जी कोठारी, मदन जी कोठारी, रविश कच्छारा, कैलाश जी सिंयाल सबने अपने विचार रखे। पालघर व उरण से भी भाई बहन थे। 8 दिन तक 24 घंटे के अखण्ड जाप निरंतर चले । सभी संस्था के पधाधिकारी एवं 120 भाई बहनों की उपस्थिति रही।
पर्युषण महापर्व के 8 दिन बहनों ने छोटे छोटे त्याग किये उसमे 1st निशा जी इटोदिया,2nd मोहनदेवी कोठारी,3rd कमला जी मादरेचा ने इन आठो ही दिवस सबसे ज्यादा जप,तप,सामायिक,मोन, उपवास,एकाशन,स्वाध्याय,त्याग किया।
डोंबिवली में पर्युषण महापर्व में पांचवें दिन से लेकर समापन तक हुए विविध आयोजन
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