जलगांव। आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री उदित कुमार जी ठाणा-6 के पावन प्रेरणा से जलगांव में पर्यूषण महापर्व सानंद संपन्न हुआ। श्रावक श्राविकाओं ने आठौ दिन जप,तप सामायिक आदि धर्म आराधना में व्यतीत किए। पर्युषण महापर्व का प्रथम दिन खाद्य संयम दिवस:- इस दिन जलगांव में बहनों ने उपवास ,एकासन एवं ११ द्रव्य सीमा का त्याग किया। 5 भाई बहनो ने मुनि श्री द्वारा प्रेरित विघ्न निवारक तेले (नियमों के साथ) का तप किया। सामायिक दिवस: सामायिक दिवस पर महिला मंडल जलगांव द्वारा सामायिक पचरंगी का आयोजन किया गया जिसमें कुल 19 समायिक पचरंगी हुई एवं अन्य 305सामायिक हुई।
वाणी संयम दिवस: वाणी संयम दिवस पर जलगांव महिला मंडल द्वारा मौन पचरंगी का आयोजन किया गया। जिसमें 1 बहन ने 48 घंटे, 1 बहन ने 36 घंटे, 5 बहनों ने 24 घंटे का मौन किया इसके साथ कुल 28 मौन पचरंगी एवं अन्य 155 घंटे मौन किया।
जप दिवसः जलगांव महिला मंडल के तत्वावधान में पर्यूषण पर्व पर सात दिवसीय अखंड जप का आयोजन किया गया। नवकार महामंत्र अखंड जप अणुव्रत भवन में भाई बहनों द्वारा बड़े ही सुंदर रूप से किया गया।
स्वाध्याय दिवसः पर्युषण के आठौ दिन जलगांव महिला मंडल द्वारा स्वाध्याय हेतु WhatsApp पर प्रश्नपत्र प्रेषित किए गए। सभी प्रश्नपत्र उपासिका वीणा जी छाजेड़ द्वारा प्रेषित किए गए।आठौ दिन के 8 प्रश्न पत्र प्रेषित किए गए। सभी बहनों ने बढ़-चढ़कर स्वाध्याय के इस क्रम में भाग लिया। संवत्सरी के दिन जलगांव में कुल 71 पौषध हुए जिसमें 24 अष्ट प्रहरी, 6 छ:प्रहरी 38 चार प्रहरी पौषध हुए।
जलगांव में पर्युषण महापर्व पर हुई धर्म आराधना
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