अयोध्या:अयोध्या रामजन्मभूमि में भूमि पूजन के लिए आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों का आगमन शुरु हो गया है। भूमि पूजन समारोह में भाग लेने के लिए योग गुरू बाबा रामदेव अयोध्या पहुंचे गए हैं। मंगलवार को हेलीकॉप्टर से हवाई पट्टी पर उतरे योग गुरु के साथ जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद, परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती, सुधीर दहिया व राजू स्वामी भी आए। वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर से ब्रह्मानंद स्वामी, सुरेश पटेल व रितेश डांडिया भी आए।
इसी बीच बुधवार को बाबा रामदेव ने कहा कि आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है। इस दिन को लंबे समय तक याद रखा जाएगा। मुझे विश्वास है कि राम मंदिर के निर्माण के साथ ही भारत में ‘राम राज्य’ की स्थापना होगी।
इससे पहले मंगलवार सुबह अयोध्या रवाना होने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा था कि दुनिया भर में सभी अपने महापुरुषों, अवतारी पुरुषों के प्रतीक स्थानों को सहेज कर रखते हैं। इसलिए मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान और बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर पर भी जल्द फैसला हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका परम सौभाग्य है कि उनकी आंखों के सामने राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है।
बाबा रामदेव ने कहा कि अगर कोरोना संकट नहीं होता तो इस मौके पर अयोध्या में कम से कम एक करोड़ लोग इस ऐतिहासिक पलों के साक्षी बनने के लिए पहुंचते। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण का श्रेय उन राम भक्तों को जाता है, जिन्होंने इसके लिए संघर्ष किया। साधु-संत, विहिप, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय जाता है। इन सब की वजह से ही भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो पा रहा है। देश राम भक्तों के संघर्ष को सदियों तक याद रखेगा।