मुंबई: बुलियन बाजार में बुधवार को सोना 53,015 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे महंगा स्तर है। सोने की कीमतों में यह वृद्धि डॉलर में कमजोरी से हुई है। सोना लगातार बढ़ रहा है। इस साल में इसकी कीमतें 30 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
एफओएमसी मीटिंग से कोई संकेत नहीं
दरअसल बुधवार को निवेशक अमेरिका के फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की मीटिंग से कुछ पॉजिटिव संकेत का इंतजार कर रहे थे। लेकिन ब्याज दरों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। उधर दूसरी ओर सोने की मांग में 36 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 677 टन पर पहुंच गया है। 2009 के बाद यह सबसे निचले स्तर पर है।
अमेरिका में अभी भी एक ट्रिलियन डॉलर की राहत की मांग
मुंबई के ज्वेलरी बाजार में 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत बुधवार को 39,760 रुपए रही। 22 कैरेट की कीमत 48,560 रुपए रही। 24 कैरेट सोने की कीमत 53,013 रुपए रही। इसके अलावा तीन प्रतिशत जीएसटी भी इस पर लगेगा। अमेरिका में अभी भी कोरोना से निपटने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर के राहत की मांग जारी है। दूसरी ओर फेडरल रिजर्व ने लेंडिंग फैसिलिटी को इस साल के अंत तक बढ़ा दी है।
चांदी की कीमतों में रही गिरावट
मोतीलाल ओसवाल में वाइस प्रेसीडेंट नवनीत दमानी ने कहा कि देश के बुलियन बाजार में सोने की कीमत प्रति दस ग्राम 52,160 से 52,950 रुपए के दायरे में रह सकती है। उधर दूसरी ओर चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। यह बुधवार को 1,570 रुपए गिर कर 64,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर रही। फ्यूचर बाजार में एमसीएक्स पर सोने ने 52,846 रुपए के स्तर को छुआ।