नई दिल्ली:चीन के साथ सीमा विवाद के बीच आसमान के बाहुबली यानी राफेल लड़ाकू विमान भारत आ गए हैं। करीब 3:10 पर 5 राफेल विमानों का पहला बेड़ा दोपहर हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर उतरा। पांच राफेल लड़ाकू विमानों को रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया मौजूद रहे। राफेल की अंबाला में लैंडिंग के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं और फोटोग्राफी से लेकर घर की छतों पर लोगों की मौजूदगी को बैन कर दिया गया। राफेल विमान की लैंडिंग अंबाला में होने के बाद पानी की बौछारों से इन्हें सलामी दी गई।
– आखिर खत्म हुआ इंतजार, आसमान के बाहुबली राफेल लड़ाकू विमानों ने अंबाला में भारतीय धरती को चूमा
-अंबाला के आसमान में दिखे राफेल विमान
-किसी भी पल अंबाला में भारतीय धरती को छूने वाले हैं 5 लड़ाकू विमान।
– भारतीय आसमान में राफेल की पहली झलक, दो सुखोई 30 MKIs विमान कर रहे हैं अगुआई। सातों विमान अंबाला की ओर बढ़ रहे हैं..
दरअसल, लड़ाकू विमानों के इस बेड़े ने सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरी। ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर अंबाला पहुंचेंगे। इस दौरान विमान केवल एक जगह संयुक्त अरब अमीरात में रुका, जो ग्यारह बजे के करीब वहां से टेक ऑफ हुआ था।
-वायुसेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया अंबाला एरबेस पहुंच चुके हैं। कुछ ही मिनटों में पहुंचने वाले हैं राफेल।
-अंबाला आ रहे राफेल ने नौसेना के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता से संपर्क साधा। इस बीच दोनों दलों के नेता के बीच बातचीत भी हुई है, जिसका अंश नीचे है। आईएनएस कोलकाता डेल्टा36: राफेल ला रहे दल के नेता (ऐरो लीडर) का हिंद महासागर में स्वागत है।
राफेल लीडर: बहुत धन्यवाद। भारतीय नौसेना का जहाज सीमा की रक्षा के लिए यहां पर मौजूद है, ये संतुष्टि देने वाला है।
आईएनएस कोलकाता: आप गौरव के साथ आकाश को छूएं… हैप्पी लैंडिंग
राफेल लीडर: हैप्पी हंटिंग
-भारत का बाहुबली राफेल 2 बजे अंबाला पहुंचेगा। भारतीय आकस्मिक दल ने पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS कोलकाता के साथ संपर्क साधा है।
– हिलाल अहमद राथर राफेल उड़ाने वाले भारत के पहले पायलट बन गए हैं। कश्मीर के हिलाल अहमद ही वह शख्स हैं, जिन्होंने राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप को विदाई दी, जो फ्रांस से भारत के लिए सोमवार को उड़ान भरी। इतना ही नहीं, वह भारतीय जरूरतों के अनुसार, राफेल विमान के शस्त्रीकरण से भी जुड़े रहे हैं।
–सूत्रों की मानें तो भारत के राफेल ने करीब 11 बजे संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा से टेक ऑफ किया और दोपहर दो बजे चक अंबाला पहुंच जाएंगे। इतना ही नहीं, इन राफेल विमानों की लैंडिंग के लिए एक बैक बेस भी तैयार है। अगर अंबाला और उसके आसपास में मौसम अनुकूल नहीं रहता है तो फिर इन राफेल जेट्स की लैंडिंग जोधपुर एयरबेस पर होगी। अंबाला और जोधपुर दोनों ही एयरबेस रणनीतिक और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
-अंबाला एयरबेस पर राफेल को वाटर सैल्यूट किया जाएगा।
-अंबाला में चप्पे-चप्पे पर है सुरक्षा बलों की नजर, चार गांवों में धारा 144 लागू।
अधिकारियों ने बताया कि इन विमानों में एक सीट वाले तीन और दो सीट वाले दो विमान होंगे। अधिकारियों ने अंबाला सैन्य अड्डे के आसपास निषेधाज्ञा जारी कर तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने पहले बताया था कि अंबाला जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा जारी कर सैन्य अड्डे के तीन किलोमीटर के दायरे में निजी ड्रोन उड़ाने पर भी रोक लगा दी है। धुलकोत, बल्देव नगर, गरनाला और पंजखोरा सहित सैन्य अड्डे से लगे गांवों में धारा 144 लागू कर चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया।