श्रीनगर:श्रीनगर के रनबीरगढ़-पंजीनारा इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर के शीर्ष कमांडर इशफाक और एक अन्य आतंकियों के शनिवार को मुठभेड़ में मारे जाने के बाद श्रीनगर का कोई भी निवासी अब आतंकवादी संगठन में ऊंचे ओहदे पर नहीं है। यह बात मुठभेड़ के एक दिन बाद रविवार को इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस विजय कुमार ने कही। कश्मीर जोन पुलिस के ट्विटर हैंडल पर उन्होंने कहा, “कल लश्कर ए तैयबा के आतंकी इशफाक राशिद खान को मार गिराने के बाद श्रीनगर जिले का कोई भी आतंकी उच्च पद पर नहीं है।”
शनिवार को हुई मुठभेड़ के दौरान श्रीनगर इलाके के सोजेइथ का रहने वाला इशफाक सुरक्षाबलों के साथ बाहरी श्रीनगर के रनबीरगढ़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले का एक अन्य आतंकी एजाज अहमद भट भी मारा गया।
हालांकि, आईजीपी विजय कुमार का यह बयान उनके 23 जून को दिए उस बयान से मेल नहीं खाता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएचडी हिलाल अहमद गंदरबल की यात्रा के दौरान 14 जून से लापता है और उसने हिज्बुल आतंकी संगठन को ज्वाइन कर लिया है। उसका अभी तक कुछ पता नहीं है।
आईजीपी विजय कुमार ने हाल में कहा था कि श्रीनगर शहर को कभी भी आतंकवाद से मुक्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि घाटी के अन्य जिलों से उसका आना जारी रहता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा था- श्रीनगर एक ऐसा शहर है जहां प्राय: आतंकी आते रहते हैं। कभी वे इलाज, बैठके तो कभी फंड लेने आते हैं। श्रीनगर को कभी भी आतंकवाद से मुक्त नहीं किया जा सकता है।
श्रीनगर में पिछले दिनों हुए कई मुठभेड़ में 10 आतंकी ढेर हुए हैं, जिनमें से कुछ इसी जिले के रहनेवाले थे। शनिवार को जम्मू कश्मीर पुलिस, 29 राष्ट्रीय रायफल्स और सीआरपीएफ की तरफ से संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान दो आतंकी फंसे, जिन्हें ढेर कर दिया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित रनबीरगढ़ इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने सुबह घेराबंदी एवं तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि तलाश के दौरान आतंकवादियों ने बल पर गोलियां चला दीं जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोलीबारी की। मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर हुए।