मुंबई:इस हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार शानदार बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 398 अंकों की उछाल के साथ 37418 के स्तर पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी 120.50 (1.11%) अंकों की छलांग के साथ 11,022.20 के स्तर पर पहुंचने में सफल रहा। 6 मार्च के बाद पहली बार निफ्टी 11,000 के पार गया है। इसको यहां तक पहुंचने में 89 सत्रों का बड़ा सफर तय करना पड़ा। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें निफ्टी फार्मा को छोड़ सभी इंडेक्स हरे निशान के साथ बंद हुए। आज फायदे के साथ बंद होने वाले इंडेक्स में बैंक निफ्टी, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक , फाइनेंशियल, मेटल इंडेक्स, आईटी एफएमसीजी, मीडिया व रियलटी शामिल रहे। अगर निफ्टी टॉप गेनर की बात करें तो ब्रिटानिया, विप्रो, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और एचसीएल टेक प्रमुख रहे वहीं अगर लूजर की बात करें तो सन फार्मा, सिप्ला, जी लिमिटेड जैसे स्टॉक रहे।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान एचडीएफसी बैंक के शानदार वित्तीय प्रदर्शन के बाद बंबई शेयर बाजार में सोमवार को इसके शेयरों में पांच प्रतिशत तक की तेजी देखी गई। बाद में यह 2.77 फीसद की तेजी के साथा 1127.55 रुपये पर बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को बताया था कि जून 2020 की तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा लगभग 20 प्रतिशत बढ़ककर 6,658.62 करोड़ रुपये हो गया है। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की आय बढ़कर 34,453.28 करोड़ रुपये हो गई, जो साल भर पहले की समान अवधि में 32,361.84 करोड़ रुपये थी।
शेयर बाजार ने आज दिन के कारोबार की शुरुआत शानदार बढ़त के साथ की। इस सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 389 अंकों की तेजी के साथ 37,409.03 के स्तर पर खुला तो वहीं एनएई का निफ्टी भी हरे निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स328.77 अंकों की तेजी के साथ 37,348.91 के स्तर पर था तो वहीं निफ्टी 91.95 (0.84%) अंकों की बढ़त के साथ 10,993.65 पर था।
शुरुआती कारोबार में मुख्य रूप से वित्तीय और आईटी शेयरों ने तेजी की अगुवाई की। सेंसेक्स में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक, इंफोसिस और एक्सिस बैंक बढ़ने वाले शेयरों में शामिल थे।
एफपीआई ने पूंजी बाजारों से 9,015 करोड़ निकाले
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) जुलाई में भारतीय बाजारों में बिकवाल बने हुए हैं। उन्होंने इस महीने में अब तक भारतीय पूंजी बाजारों (शेयर और बांड) से 9,015 करोड़ रुपये की निकासी की है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच बाजारों में तेजी ने विदेशी निवेशकों को मुनाफा काटने का मौका दिया है, जिसके चलते उन्होंने बिकवाली की है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने एक से 17 जुलाई के दौरान शेयरों से 6,058 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 2,957 करोड़ रुपये की निकासी की है।
इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 9,015 करोड़ रुपये रही है। इससे पहले जून में एफपीआई ने घरेलू बाजारों में 24,053 करोड़ रुपये डाले थे। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार में तेजी ने उन्हें मुनाफावसूली का अवसर दिया है। इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से कुछ राज्य नए सिरे से पाबंदियां लगा रहे हैं। इससे यह आशंका बनी है कि घरेलू अर्थव्यवस्था में सुधार में अभी समय लगेगा।