नई दिल्ली:पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वकार यूनुस ने 1996 के विश्व कप के क्वॉर्टर फाइनल में आमिर सोहेल के व्यहार पर हैरानी जताई है। यह मैच बैंगलोर में खेला गया था। वेंकटेश प्रसाद और आमिर सोहेल का आमना सामना भारत-पाकिस्तान क्रिकेट में हमेशा से ही शानदार माना जाता रहा है। भारत नेइस मैच में पाकिस्तान को 39 रनों से हराया था। पाकिस्तान की टीम 288 रनों का पीछा कर रही थी। बल्लेबाजी करने के दौरान 14वें ओवर में पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 109 रन था। सोहेल ने पहली गेंद पर चौका लगाया और फिर उनकी तरफ बल्ला दिखाकर बाउंड्री की तरफ इशारा किया, लेकिन अगली ही गेंद पर प्रसाद ने उनका ऑफ स्टंप हवा में उखाड़ दिया।
288 रनों का पीछा करते हुए सईद अनवर और आमिर सोहेल ने 10 ओवरों में 84 रन बनाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। 48 रन पर अनवर आउट हुए और इसके बाद सोहेल भी आउट हो गए। वकार यूनुस को लगता है कि सोहेल के विकेट ने मैच का रुख पलट दिया था।
वकार ने ‘द ग्रेटेस्ट राइवलरी’ पॉडकास्ट ने कहा, ”ईमानदारी से कहूं तो जिस तरह सोहेल मैदान पर व्यवहार कर रहे थे, वह अनुचित था। वह गेंद को सीमा पार पहुंचाना चाहते थे, क्या उन्हें ऐसा करना चाहिए था? मुझे लगता है कि वह दबाव में आ गए थे।”
उन्होंने कहा, ”आमिर 46 गेंदों पर शानदार 55 रन बनाए थे। अनवर ने भी अच्छी बल्लेबाजी की थी। हमने अपनी पहली विकेट उस समय खोई, जब पाकिस्तान के 10 ओवर में 84-85 रन थे, लेकिन अनवर के बाद सोहेल के आउट होने से मैच हमारे हाथ से निकल गया।”
वकार ने बताया कि किस तरह सोहेल की विकेट ने शेष बल्लेबाजों पर नकारात्मक असर डाला। मध्यक्रम कुछ खास नहीं कर पाया। सलीम मलिक और जावेद मियांदाद अपना अंतिम वर्ल्ड कप खेल रहे थे। इन्होंने कोशिश की, लेकिन लो स्ट्राइक रेट ने पाकिस्तान की मदद नहीं की। प्रसाद और कुंबले ने तीन-तीन विकेट लिए। भारत यह मैच 39 रनों से जीत गया।
वकार ने कहा, ”इंजमाम उल हक और इजाज अहमद अपने खोल में चले गए। इसका पूरा श्रेय अनिल कुंबले को जाता है। जब प्रसाद अपने दूसरे स्पैल में आए तो उनकी कुछ ठुकाई हुई, लेकिन पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता गया। इजाज और इंजमाम के आउट होने के बाद हमारे लिए मैच बहुत मुश्किल हो गया।”
वकार ने कहा, ”उस मैच में हमने कुछ गलतियां कीं। जावेद मियांदाद नंबर 4 पर आ सकते थे, लेकिन हमने उन्हें नंबर 6 पर भेजा। उनका कोई उपयोग नहीं हुआ, क्योंकि वह अपने करियर के अंत में थे। लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच यह जोरदार मैच था। भारत जीत का हकदार था।’