नई दिल्ली :भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को एक अहम घोषणा की, उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी (कोरोना वायरस संक्रमण) संकट को देखते हुए एशिया कप 2020 रद्द कर दिया गया है। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्तान के क्रिकेट फैन्स के लिए यह खबर काफी निराशाजनक थी। इस घोषणा के कुछ देर बाद ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मीडिया डायरेक्टर समीउल हसन बर्नी ने कहा कि गांगुली के इस बयान की कोई अहमियत नहीं है और टूर्नामेंट को लेकर आखिरी फैसला एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) लेगी। वहीं पीसीबी प्रमुख एहसान मनी ने पुष्टि की कि उन्होंने 2022 में टूर्नामेंट की मेजबानी पर सहमति जताई है, और इस साल के चरण के रद्द होने के बाद श्रीलंका अब अगले साल इसकी मेजबानी करेगा। पीसीबी प्रमुख एहसान मनी ने कहा कि महामारी की खराब स्थिति के कारण यह फैसला किया गया।
हसन ने गांगुली पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बयान का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहा, ‘सौरव गांगुली ने जो बयान दिया उसका प्रोसिडिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर वो हर सप्ताह भी ऐसे बयान देते हैं तो इसमें कोई वजन नहीं और ना ही इसकी कोई अहमियत है। एशिया कप को लेकर फैसला एसीसी करेगा। इसकी घोषणा एसीसी के अध्यक्ष नजमुल हसन ही कर सकते हैं। जहां तक हमें पता है, एसीसी की अगली मीटिंग की घोषणा होना बाकी है।’
गांगुली ने स्पोर्ट्स तक से इंस्टाग्राम सेशन में बातचीत के दौरान कहा था, ‘दिसंबर में हम पहली फुल सीरीज खेलेंगे, एशिया कप 2020, जो सितंबर में खेला जाना था उसको रद्द घोषित कर दिया गया है।’ एहसना मनी ने कहा, ‘एसीसी इसे अगले साल आयोजित करना चाहती है। इस साल इसकी मेजबानी करना काफी खतरनाक है। हमने इस साल श्रीलंका से इस टूर्नामेंट की अदला-बदली की थी, क्योंकि यह दक्षिण एशिया में इस वायरस से सबसे कम प्रभावित देशों में से एक है।’ मनी ने कहा कि स्थगन के पीछे कोई राजनीति नहीं है और यह फैसला पूर्ण रूप से सुरक्षा हालात को देखते हुए किया गया है।