पिंपरी:हाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या को कम दर्शाने के लिए सरकार अब हर दिन कम टेस्ट कर रही है। देवेन्द्र फडणवीस पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के सरकरी अस्पतालों का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा- “उद्धव सरकार की सबसे बड़ी गलती कम संख्या दिखाना है। परीक्षण प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा है। मुंबई जैसे शहरों में एक दिन में 4000-4500 लोगों का परीक्षण कर रहे हैं और 1500 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। सरकार राज्य कम संख्या दिखाने की कोशिश कर रहा है।”
राज्य में सिर्फ 14 हजार परिक्षण हो रहे हैं
उन्होंने आगे कहा- “पूरे राज्य में हमारे पास प्रति दिन 38,000 परीक्षण करने की क्षमता है, लेकिन हम प्रति दिन केवल 14,000 परीक्षण कर रहे हैं और मुझे लगता है कि यह खतरनाक है। कोरोना के संक्रमण को रोकने का एकमात्र तरीका ज्यादा से ज्यादा ऐसी ही है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुणे का दौरा करने वाली केंद्र सरकार की टीम ने भी सलाह दी कि मुंबई और पुणे में परीक्षण को बढ़ाया जाना चाहिए। इसके बावजूद सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का प्राइवेट हॉस्पिटलों के साथ समन्वय बिल्कुल भी सही नहीं है।
अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए भी कदम उठाने चाहिए
देवेंद्र फडणवीस ने कहा लॉकडाउन परमानेंट नहीं हो सकता, लेकिन सरकार को इसे प्रभावी बनाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। जब तक हमें दवाई नहीं मिल जाती तब तक हमें अपने हाथों से कोरोना की लड़ाई लड़नी है। लॉकडाउन के साथ सरकार को प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए भी कदम उठाने चाहिए।