मुंबई:भारत के अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह अपने क्रिकेट करियर और कुछ पूर्व भारतीय क्रिकेटरों की विदाई को लेकर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कुछ पूर्व क्रिकेटरों के नाम लिए और कहा कि ये सभी खिलाड़ी बेहतर विदाई डिजर्व करते थे। इसके साथ ही उन्होंने अपने क्रिकेटर करियर को लेकर भी कई बातें कीं। उन्होंने बताया कि कैसे विदेश में अच्छा परफॉर्म करके जब वापस लौटे तो उसके बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। इसके बाद उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं किया गया।
टेस्ट क्रिकेट में 417 विकेट ले चुके हरभजन ने कहा, ”मुझे हमेशा इस बात का अफसोस रहेगा कि चीजें बेहतर ढंग से हैंडल की जा सकती थी। किसी भी खिलाड़ी के लिए 100 टेस्ट खेलना बड़ी बात है। मैं भाग्यशाली हूं। मैं इस बात से सहमत हूं कि मेरी परफॉर्मेंस पिछले कुछ समय से उतनी अच्छी नहीं रही। मैं वेस्टइंडीज दौरे से 400 विकेट पूरी करके लौटा था, लेकिन मुझे ड्रॉप कर दिया गया और फिर टीम में कभी नहीं लिया गया।”
39 वर्षीय हरभजन सिंह ने 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी-20 खेले हैं। उन्होंने लिमिटेड ओवर में 294 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट 2015 में श्रीलंका में और इसी साल अंतिम वनडे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला। भारत के लिए अंतिम टी-20 उन्होंने, 2016 के एशिया कप में यूएई के खिलाफ खेला।
हरभजन ने कहा, ”जो खिलाड़ी क्रिकेट को अपना सब कुछ देते हैं, वे फेयरवेल डिजर्व करते हैं। मुझे उम्मीद है कि युवा खिलाड़ियों को इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। हरभजन ने कहा, अपनी अंतिम सीरीज के अंतिम वनडे में मैंने छह विकेट लिए थे। हालांकि हम सीरीज हार गए थे। इसके बाद मैं कभी भारत के लिए नहीं खेला। मेरे लिए चीजें अच्छी नहीं रहीं।”
उन्होंने आगे कहा, ”कभी भविष्य में विस्तार से इस पर बात करेंगे, लेकिन वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी बेहतर विदाई के हकदार थे। यदि आप अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करते तो बाहर भी आपके खिलाड़ियों का सम्मान नहीं होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि आगे से ऐसा नहीं होगा।”
हरभजन सिंह बोले, सहवाग-गंभीर-लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी बेहतर विदाई के हकदार थे
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