नई दिल्ली:लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाए या नहीं इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज कोई ये नहीं कह सकता कि एक महीना या दो महीने और लॉकडाउन कर लो तो कोरोना ठीक हो जाएगा। कोरोना रहेगा, अगर कोरोना रहेगा तो कोरोना का इलाज करने का इंतजाम करना पड़ेगा। हमारी पूरी सरकार इस समय कोरोना के मरीजों का इलाज करने पर ध्यान दे रही है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में Covid-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, हम इसे स्वीकार करते हैं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ‘आप’ की सरकार कोरोनावायरस से चार कदम आगे है। हम इस महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हम स्थायी लॉकडाउन नहीं कर सकते।
कोरोना वायरस पर दिल्ली सरकार की तैयारियों की चर्चा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के कुल 17386 केस हैं। उसमें से 7846 लोग ठीक हो गए हैं और 9142 लोग अभी भी बीमार हैं। इनमें से 398 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में बीते 15 दिन में 8,500 मरीज़ बढ़े हैं, लेकिन अस्पतालों में सिर्फ 500 मरीज ही भर्ती हुए हैं। ज्यादातर लोगों को हल्के लक्षण हैं और वो घर में ही ठीक हो रहे हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कुल मरीजों में से केवल 2100 अस्पतालों में हैं, बाकी का उनके घरों में इलाज चल रहा है। 6500 बिस्तर अब तक तैयार हैं और 9500 बिस्तर एक और हफ्ते में तैयार हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक ऐप लॉन्च कर रहे हैं, जिससे सभी लोगों को कोरोना से संबंधित किस अस्पताल में कितने बेड हैं इसकी जानकारियां मिलेगी ताकि किसी को असुविधा न हो।
राजधानी में फिलहाल 9,142 मरीजों में से सिर्फ 2,100 कोरोना मरीज ही अस्पताल में भर्ती हैं। बाकी सब मरीज घर पर रह कर ही होम आइसोलेशन के माध्यम से अपना इलाज करवा रहे हैं और ठीक भी हो रहे हैं।
इसके साथ ही केजरीवाल ने अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कृपया गंदी राजनीति न करें। फर्जी वीडियो या जानकारियां फैलाने से हमारे डॉक्टरों का मनोबल टूटता है और जनता में भ्रम पैदा होता। ऐसे समय में ये सब करना ठीक नहीं।