पटना:लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्य से बिहार आने वाले विद्यार्थी, पर्यटक और श्रमिकों को विशेष बस से उनके घर पहुंचाया जाएगा। हर जिले के लिए परिवहन विभाग ने अलग बसों की व्यवस्था की है। 200 बसें विभिन्न स्टेशनों से खुलेंगी। इनमें भी सामाजिक दूरी का पालन कर लोगों को बैठाया जाएगा। लॉक डाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, श्रमिकों और टूरिस्टों को विशेष ट्रेन से बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन से उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए परिवहन विभाग की ओर से पर्याप्त बस की व्यवस्था की गई है।
केरल से आ रहीं दो ट्रेनें,100 बसें रहेंगी मौजूद
केरल (एर्नाकुलम) और तिरुर से दो स्पेशल ट्रेन से बिहार ढाई हजार श्रमिक दानापुर स्टेशन पंहुच रहे हैं। दानापुर स्टेशन पर उतरने पर सभी लोगों की मेडिकल स्क्र्रींनग करने के बाद विशेष बस से विभिन्न जिलों में भेजा जाएगा। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि एर्नाकुलम और तिरूर (केरल) से आने वाले यात्रियों के लिए दानापुर स्टेशन के पास लगभग 100 बस की व्यवस्था की गई है।
किस जिले के लिए कितनी बसें
अररिया के लिए 19 बस, नवादा के लिए 10, कटिहार के लिए 8, मधुबनी और सारण के लिए 6-6, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर के लिए 5-5, वैशाली, पश्चिमी चंपारण,बेगुसराय और जमुई के लिए 4-4 बस और अन्य जिलों के लिए यात्रियों की संख्या के अनुसार 2-1 बसों की व्यवस्था की गई है। राजस्थान (कोटा) से दो स्पेशल ट्रेन सोमवार को बरौनी स्टेशन और गया जंक्शन पहुंचेगी। इन स्टेशनों पर छात्रों के उतरने के बाद मेडिकल स्क्र्रींनग कर सभी को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए बरौनी स्टेशन पर लगभग 70 और गया जंक्शन पर 50 बसों का इंतज़ाम किया गया है।
– जिस स्थान/ जिले में ट्रेन से मजदूर तथा अन्य लोग आएंगे, उक्त स्थान के लिए संबंधित जिलों के द्वारा बसों को लोगों को लाने के लिए भेजा जाएगा
– रेलवे स्टेशन से मेडिकल स्क्र्रींनग कर लोगों को सीधे जिले तक पहुंचाया जाएगा।
– गृह जिला में लोगों को उतारने के बाद खाली बस वाहन कोषांग में रहेगी।
– गृह जिला द्वारा लोगों को संबंधित प्रखंड के कोरेंटाइन सेंटर पर वाहनों से पहुंचाया जाएगा।
– बसों को सैनिटाइज करते हुए रेलवे स्टेशन वाले जिले के वाहन कोषांग प्रभारी को रिपोर्ट करेंगे।