नई दिल्ली:भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने खुलासा किया कि उन्होंने ऑस्टिन वॉ के साथ वैसा ही व्यवहार किया था, जैसा उनके साथ स्टीव वॉ ने किया किया। पार्थिव ने बताया कि उन्होंने ऑस्टिन से वही लाइन्स कहीं, जो उनके पिता स्टीव वॉ ने कभी उनसे की थी। 35 साल के इस खिलाड़ी ने बताया कि ऑस्टिन से वह 2019 में सिडनी टेस्ट के दौरान मिले थे। पार्थिव ने इस मजेदार किस्से का खुलासा हाल ही में एक यूट्यूब शो काउ कॉर्नर क्रॉनिकल्स के दौरान किया।
पार्थिव पटेल 2018-19 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम के सदस्य थे। भारत की इस ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत में पटेल को एक भी मैच खेलने का अवसर नहीं मिला था। वहां उन्होंने स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन को भी देखा। ऑस्टिन भी चार में से एक सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी था। उन्होंने पुराने किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि 2003-04 में स्टीव वॉ अपना अंतिम टेस्ट सिडनी में खेल रहे थे। पार्थिव पटेल स्लेजिंग कर रहे थे।
तब स्टीव वॉ ने पटेल से कहा, ”कुछ सम्मान दिखाओ, जब तुम नैपी में थे, तब मैं पहला टेस्ट मैच खेल रहा था।” 15 साल बाद पटेल के पास मौका था कि वह स्टीव वॉ को इसका जवाब दे पाएं। उन्होंने कहा, ”मैं स्टीव वॉ को तब जवाब नहीं दे पाया था, लेकिन ऑस्टिन को मैंने इसका जवाब दे दिया।”
उन्होंने ऑस्टिन से कहा, ”जब तुम नैपी में थे तो मैं अपना पहला टेस्ट खेल रहा था। मैंने उससे यह भी कहा कि अपने पिता को मेरा सम्मान देना।” यह पहला ऑस्ट्रेलिया का ऐसा दौरा था, जहां भारत ने पहली ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। पटेल ने कहा, ”2003-04 में हम जीत के बहुत करीब पहुंचकर हार गए थे, लेकिन पिछले साल भारत की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा होना अद्भुत था। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतना बहुत बड़ी बात है।”
पार्थिव पटेल 2017-18 में जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में थे। उन्होंने बताया, ”जोहानिसबर्ग की विकेट पर खेलना बहुत कठिन होता है। लेकिन हेडिंग्ले (2002), एडीलेड (2003-04) या जोहानिसबर्ग (2017-18) ऑस्ट्रेलिया (2018-19) मेरे करियर के ऐसे पल हैं, जिन पर मैं गर्व कर सकता हूं।”
घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बनाने वॉले पार्थिव पटेल ने टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद अब तक नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा, ”मैदान पर होना मेरा जुनून है। यही मुझे प्रेरणा देता है। मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं आईपीएल खेल रहा हूं, रणजी या किसी क्लब के लिए। मैं हमेशा मैदान पर रहना चाहता हूं। यही मेरी इच्छा है।”