धुलिया। तेरापंथ भवन धुलिया के तेरापंथ प्रांगण मे आज आध्यात्मिक संगम के दृश्य से और पावन बन गया। विदुषी साध्वीश्री निर्वाणश्री जी आदि साध्वीवृंद को मिलने वर्धमान स्थानकवासी आदि छह साध्वीयों के आगमन से सबके चेहरे आनंद से,भर गए।
सांवत्सरिक क्षमायाचना के लिए पांच दिन पूर्व आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वीश्री निर्वाणश्री जी की और से साध्वीश्री योगक्षेमप्रभाजी व मधुरप्रभाजी सभी जैन संप्रदाय की साध्वीयों से खमतखामणा करने पधारी थी। इससे तेरापंथ संघ को पारस्परिक सौहार्द की शहरभर में भूरि -भूरि प्रशंसा हुई। साध्वी चंदनबालाजी की और से साध्वी पद्मावती जी, चारूप्रज्ञा जी , विश्ववंदना जी आदि छह साध्वीयों के करीब तीन किमी. विहार कर पधारने पर तेरापंथ सभा की और से श्री सुरजमलजी सूर्या , संरक्षक श्री नानकरामजी तनेजा आदि ने भावभरा स्वागत किया।
तेयुप अध्यक्ष दिनेश सूर्या श्री राजु घुड़ीयाल , तेममं अध्यक्ष संगीता सूर्या, श्रद्धानिष्ठ श्राविका श्रीमती शान्तादेवी तनेजा व महिला मंडल आदि ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। साध्वीश्री योगक्षेमप्रभाजी ने पूज्य गुरुदेव साध्वीश्री आदि के परिचय के साथ सतियों के आगमन पर प्रसन्नता पूर्ण अभिव्यक्ति दी। विदुषी साध्वीश्री निर्वाणश्री जी ने हार्दिक अहोभाव प्रकट किया। इस मौके पर तेरापंथ समाज के भाई-बहन अच्छी संख्या में उपस्थित रहे।
दो धाराओं का आध्यात्मिक संगम
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