इस्लामाबाद:कश्मीर मुद्दे पर हमेशा राग अलापते रहने के मौके ढूंढने वाले पाकिस्तान ने इस मामले में कोरोना वायरस को भी नहीं छोड़ा है। इस बीमारी की आड़ में दुष्प्रचार के अपने तरीके का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान ने गलत तस्वीर पेश करने की कोशिश की है। ‘द नेशन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा है कि दुनिया कोरोना वायरस की महामारी के बीच कश्मीर में दखल दे जहां लोगों के साथ बुरा सलूक किया जा रहा है।
पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने द नेशन से कहा कि पाकिस्तान ने हाल के दिनों में इस मुद्दे पर कई देशों को पत्र लिखा है और कई राजनयिकों से बात की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कई देशों के अपने समकक्षों से बात की है। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को इस वक्त बहुत अधिक मदद चाहिए और दुनिया को इसमें दखल देना ही चाहिए।
उन्होंंने कहा कि पाकिस्तान कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर भारत से कश्मीर से इंटरनेट पाबंदियों को हटाने का आग्रह करता है ताकि इलाके में इस वायरस से प्रभावित लोगों और उन्हें दी जा रही सुविधाओं तथा दवाओं की जानकारी मिल सके। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कश्मीर में तमाम तरह की पाबंदियों को लेकर पहले की ही तरह अप्रमाणिक आरोप लगाए और कहा कि कश्मीरियों को स्वास्थ्य, भोजन, आजादी जैसे मूलभूत अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है।
वहीं, पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 1,000 के पार चले जाने के बाद सभी घरेलू उड़ानों का परिचालन दो अप्रैल तक के लिए रोक दिया गया है। यह कदम संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने खबर दी है कि देश में कोविड-19 से संक्रमण के मरीजों की तादाद 1,037 हो गई है। सिंध में 413 मामले हैं, बलूचिस्तान में 115, पंजाब में 296, खैबर पख्तूनख्वा में 117, गिलगित-बाल्टिस्तान में 80, इस्लामाबाद में 15 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक मामला है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि देश में कोरोना वायरस से अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 18 मरीज़ ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर, देश ने घरेलू उड़ानों के परिचालन को रोक दिया है। विमानन मंडल के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार खोखर ने कहा कि घातक कोरोना वायरस के फैलाव पर लगाम कसने के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध गुरुवार (26 मार्च) से प्रभावी होगा।