नई दिल्ली:न्यूजीलैंड दौरे पर कप्तान विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी को लेकर सवाल उठाए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विराट कोहली ने बल्लेबाजों को डिफेंसिव होकर खेलने से मना किया था। विराट ने पुजारा एंड कंपनी को साफतौर पर कहा कि विदेशी दौरे पर डिफेंसिव खेल का कभी फायदा नहीं मिलता है। अब चेतेश्वर पुजारा का कहना है कि वह मनोरंजन या सोशल मीडिया के लिए बल्लेबाजी नहीं करते हैं।
चेतेश्वर पुजारा ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ”आप सोशल मीडिया के लिए बल्लेबाजी नहीं कर सकते हो। बहुत सारे लोग मेरा खेल नहीं समझते और ना ही टेस्ट क्रिकेट, क्योंकि वह सफेद बॉल क्रिकेट देखना चाहते हैं। यार यह तो बहुत बोर कर रहा है, कितना बॉल खेल रहा है। प्लीज एक बात को समझिए, मेरा मकसद किसी का मनोरंजन करना नहीं है। मेरे मकसद मेरी टीम के लिए जीत हासिल करना है। मैं भारत और सौराष्ट्र को जीत दिलाना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, ”कभी में तेज बल्लेबाजी करता हूं तो कभी धीमे। मैं क्रिकेट लवर्स और दर्शकों का सम्मान करता हूं। मैं वो नहीं हूं, जो छक्के मार सके। मैं सोशल मीडिया से दूर रहता हूं। जब मैं खेल रहा होता हूं तो सोशल मीडिया फॉलो नहीं करता। मैं मनोरंजन के लिए बल्लेबाजी नहीं करता हूं।”
यह पूछने पर कि क्या वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि युवा पीढ़ी सफेद बॉल क्रिकेट की लोकप्रियता की वजह से उनके स्टाइल को नहीं समझ पा रही है। इस पर पुजारा ने कहा, ”शायद हां, मैं इस बात से सहमत हूं, लेकिन युवा पीढ़ी मेरा खेल नहीं समझ रही है। दिन-ब-दिन टेस्ट मैच भई कम हो रहे हैं, ज्यादा सफेद बॉल क्रिकेट खेला जा रहा है। ऐसे में वह मेरा स्टाइल कॉपी नहीं कर पाएंगे, क्योंकि मेरा बैटिंग स्टाइल टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा सूट करता है।”
पुजारा ने कहा, ”लेकिन इसका मतलब यह नहीं मैं अपना स्टाइल नहीं बदल सकता। मैं छोटे फॉर्मेट भी खेल सकता हूं। बहुत सारे लोगों ने मुझे सफेद बॉल क्रिकेट खेलते हुए टेलीविजन पर नहीं देखा है।”
चेतेश्वर पुजारा ने सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट की भी जमकर तारीफ की। चेतेश्वर पुजारा ने कहा, ”मैं सहमत हूं कि जयदेव उनादकट ने पूरे सत्र में काफी अच्छी गेंदबाजी की। अगर किसी ने एक सत्र में 67 विकेट चटकाए हैं तो मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई है जो रणजी ट्रॉफी में इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। भारतीय टीम में चुने जाने के लिए रणजी ट्रॉफी के प्रदर्शन को भी काफी अहमियत दी जानी चाहिए।” उन्होंने कहा, ”मुझे हैरानी होगी अगर उन्हें भारतीय टीम में नहीं चुना जाएगा।”