कोरोना का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। स्पेन में रविवार को कोरोना से संक्रमित करीब 2,000 नए मामलों की पुष्टि की गई जबकि गत 24 घंटों में 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर आ रही है। चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना ने स्पेन और इटली में ही नहीं बल्कि कई देशों सहित भारत को भी अपनी चपेट में ले लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में इस विषाणु से संक्रमित मरीजों की संख्या रविवार को बढ़ कर 110 हो गई है।
बता दें, कुल संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए वे दो मरीज भी शामिल हैं, जिनकी दिल्ली और कर्नाटक में मौत हो चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सिर्फ सेनिटाइजर और मास्क लगाने से इस जानलेवा वायरस का खात्मा किया जा सकता है? अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है तो आपको बता दें कि कोरोना वायरस का खात्मा करने में साबुन ज्यादा प्रभावी हैं। आइए जानते हैं आखिर कैसे।
कोरोना वायरस में तैलीय अणु वाली झिल्ली होती है, जिस पर प्रोटीन होता है। इसकी बदौलत यह वायरस इंसानी कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
साबुन के अणु का ढांचा वायरस के लिए खतरनाक-
साबुन के अणु का ढांचा हाइब्रिड होता है। इसका शीर्ष पानी से बॉन्ड बनाता है, जबकि सबसे पिछला हिस्सा यानी पूंछ पानी को अपने पास टिकने नहीं देती।
-हाइड्रोफिलिक शीर्ष (पानी से जुड़ता है)
-हाइड्रोफोबिक पूंछ (पानी को पास नहीं टिकने देती और तेल व चर्बी के साथ बॉन्ड बनाती है)
कील की तरह घुसता है साबुन-
पानी से दूरी बनाने वाली इसकी पूंछ वायरस के मैंम्बरेंस में कील की तरह घुस जाती है और उसे तोड़ देती है।
धूल को पकड़ता है-
साबुन अपने छोटे छोटे बुलबुलों में धूल के साथ-साथ टूटे हुए वायरस के अंश भी समेट लेता है और पानी से धोने पर उसे बहा ले जाता है।
साबुन का बुलबुला, जिसमें धूल और वायरस के अंश होते हैं।