नई दिल्ली:भारत और न्यूजीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत पूरी तरह से बैकफुट पर है। भारतीय टीम के बल्लेबाज एक बार फिर कीवी तेज गेंदबाजों की स्विंग गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाए। भारतीय टीम की बल्लेबाजी की धुरी विराट कोहली के लिए यह सीरीज बुरे सपने की तरह बीती है और वो इसे जल्द भूलना चाहेंगे। विराट कोहली पूरी टेस्ट सीरीज में कीवी तेज गेंदबाजों के असहाय नजर आए। इस दौरान उन्होंने किसी टेस्ट सीरीज में अपने करियर का दूसरा सबसे खराब और शर्मनाक प्रदर्शन किया।
लिमिटेड ओवर सीरीज के बाद सभी को लगा था कि विराट टेस्ट सीरीज में अपनी खोई हुई लय वापस पा लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। विराट के पास ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और काइल जैमीसन की तेजी और स्विंग का कोई जबाव नहीं था। टेस्ट सीरीज में कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की चार पारियों में केवल 38 रन बनाए। इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत मात्र 9.5 का था। विराट कोहली के सबसे खराब प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने भारत में बॉर्डर-गावस्कर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9.2 की औसत से रन बनाए थे।
हालात ऐसे थे कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विराट कोहली से ज्यादा रन टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बनाए। उनके बल्ले से 39 रन निकले। दूसरी पारी में विराट कोहली ऑलराउंडर कोलिन डि ग्रैंडहोम के शिकार बने। विराट कोहली की इस फॉर्म पर न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर स्कॉट स्टायरिस ने कहा है कि न्यूजीलैंड के गेंदबाज उन्हें आउट करने के अपने प्लान को अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहे।
बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम यहां हाग्ले ओवल मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को न्यूजीलैंड को उसकी पहली पारी में 235 रन पर ऑल आउट करने के बावजूद संकट में फंसती दिखाई दे रही है।
भारत ने पहली पारी में 242 रन बनाए थे और इस लिहाज से वह दूसरी पारी में सात रनों की बढ़त लेकर उतरी। भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में 90 रन तक अपने छह विकेट गंवा दिए है और उसे अब तक फिलहाल 97 रनों की ही बढ़त हासिल हुई है।