बीजिंग: चीन के वुहान शहर से फैला कोरोनावायरस दुनियाभर के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। चीन में अब तक इससे 908 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार तक मृतकों का आंकड़ा 811 था। यानी पिछले 24 घंटों में 97 और लोगों की मौत हुई। इनमें से 91 मौतें अकेले हुबेई प्रांत में हुईं। इसके अलावा संक्रमण के 3062 नए मामले सामने आए। वायरस के पीड़ितों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई है।
कोरोनावायरस मात्र 15 सेकंड में व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत सहित कई देश के वैज्ञानिक इसका टीका तैयार करने में जुटे हैं। इससे रोजाना करीब 100 लोगों की मौत हो रही है।
भारतीय एयरपोर्ट्स पर अब तक 1.9 लाख यात्रियों की जांच
कोरोनावायरस के खतरों को देखते हुए भारत सरकार ने पिछले कुछ समय में जांच का दायरा बढ़ाया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार तक देश के 21 एयरपोर्ट पर 1818 फ्लाइट्स के 1.9 लाख यात्रियों की जांच हुई। 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी 9452 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इस वक्त संक्रमण रोकना पहली प्राथमिकता है।
इसके अलावा अब तक करीब 1510 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। इनमें 1507 मामलों निगेटिव पाए गए। जिन तीन लोगों को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया, वे सभी केरल के थे। वायरस को रोकने के लिए चीन के अलावा सिंगापुर, थाईलैंड और हाॅन्गकॉन्ग से आने वाली फ्लाइट्स पर भी नजर रखी जा रही है।
कोरोनावायरस की वजह से चीन में महंगाई बढ़ी
चीन के आधिकारिक डेटा के मुताबिक, वायरस की वजह से महंगाई का स्तर पिछले आठ सालों में सबसे ऊपर पहुंच गया है। चीन में पहले ही अर्थव्यवस्था धीमी हुई है। हालांकि, कोरोनावायरस के चलते सप्लाई चेन में रुकावट आई है। ज्यादातर शहरों को लॉकडाउन में रखा गया है। यानी इन जगहों पर यात्रा और व्यापार पर खराब असर पड़ा है। इसके अलावा अहम चीजों की आपूर्ति में भी रुकावट पैदा हुई है। खाने की चीजों के दाम में करीब 20% का उछाल आया है। पिछले महीने के खुदरा मुद्रास्फीति की बात करें तो इसका आंकड़ा 5.4% पहुंच गया है।
हवा से तैरकर लोगों को संक्रमित कर रहा कोरोनावायरस
एक दिन पहले ही चीनी अफसरों ने कोरोनावायरस को लेकर बेहद डरावना खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि यह वायरस अब हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों में मिलकर संचरण करने लगा है और हवा में तैरते हुए दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है जिसे एयरोसोल ट्रांसमिशन कहा जाता है। अब तक वायरस के डायरेक्ट ट्रांसमिशन और कॉन्टेक्ट ट्रांसमिशन की ही पुष्टि हुई थी। शंघाई सिविल अफेयर्स ब्यूरो के उप प्रमुख ने बताया, ‘एयरोसोल ट्रांसमिशन का मतलब है कि वायरस हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों से मिलकर एयरोसोल बना रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इससे सांस लेने पर भी संक्रमण हो रहा है।
902 हुई कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या, 40,000 से ज्यादा में संक्रमण की पुष्टी
Leave a comment
Leave a comment