नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र शुरू होने से पहले कहा कि दलितों, महिलाओं और उत्पीड़न का सामना कर रहे लोगों को सशक्त बनाना हमारी सरकार की पहचान रही है और हम इस प्रयास को जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं दोनों सदन में अर्थव्यवस्था पर व्यापक, सार्थक चर्चा चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस सत्र में हम इस दशक के लिए मजबूत नींव रखें। यह सत्र मुख्यत: अर्थव्यवस्था संबंधी मुद्दों पर केंद्रित होगा। मैं दोनों सदनों में इन मुद्दों पर अच्छी चर्चा चाहता हूं।
बजट सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
बजट सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस के सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) एवं एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए शुक्रवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और कई अन्य सांसद शामिल हुए।
कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा के कई नेताओं के विवादित बयानों के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। पार्टी सीएए और एनआरसी का खुलकर विरोध कर रही है। उसका आरोप है कि सरकार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अपनी नाकामियां छिपाने के लिए इन मुद्दों को उछाल रही है।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा और इस दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करेंगे। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा। मध्यावकाश के बाद इसका दूसरा चरण 2 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल को संपन्न होगा।