मुंबई:विराट कोहली की प्राथमिकता में टेस्ट क्रिकेट सबसे ऊपर है। उनका विदेशी जमीन पर टेस्ट जीतना सबसे बड़ा सपना है। नए साल के पहले दिन न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कोच रवि शास्त्री ने यह बात कही। इतना ही नहीं उन्होंने कोहली की कप्तानी और खेल के अन्य पहलूओं पर भी बात की। वे (शास्त्री) भारतीय कप्तान के टेस्ट क्रिकेट के प्रति प्यार को पसंद करते हैं।
ऐसे वक्त में जब खिलाड़ी पैसों के चक्कर में अलग-अलग टी-20 लीग खेलना पसंद करते हैं। वहीं, भारतीय कप्तान टेस्ट को असल चुनौती मानते हैं। कोहली की इस कोच को लेकर शास्त्री का कहना है, जब कप्तान ऐसी सोचता है तो उसका असर सिर्फ भारतीय क्रिकेट पर नहीं बल्कि पूरे विश्व पर पड़ता है।
‘बुमराह के नेतृत्व में न्यूजीलैंड दौरे पर जीत की उम्मीद’
शास्त्री ने कहा, ‘‘जब एक बच्चा देखेगा कि सुपर स्टार टेस्ट को पसंद करता है, तो वह भी उसी रास्ते पर चलेगा। फिर चाहे वह भारतीय हो, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, श्रीलंका या फिर किसी और देश का हो। भारत को नए साल में न्यूजीलैंड का दौरा करना है और भारतीय कोच को लगता है कि एक बार फिर जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व वाले आक्रमण के पास विदेशी जमीन पर जीतने की काबिलियत है।’’
शास्त्री से जब पूछा गया कि उन्हें कब यह अहसास हुआ कि यह गेंदबाजी आक्रमण भारत को शीर्ष पर ले जा सकता है? इस पर उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका में केपटाउन में खेले गए पहले टेस्ट में गेंदबाजों ने जैसा प्रदर्शन किया, उससे साफ हो गया कि यह आक्रमण बेहद शानदार होगा। एक यूनिट के तौर पर भारतीय टीम गेंदबाजी करना सीख गई।’’
‘अपने जीवन में एक परफेक्ट कप्तान नहीं देखा’
बतौर कप्तान कोहली की निरंतरता से जुड़े सवाल पर कोच ने कहा, “मैंने अपने जीवन में एक परफेक्ट कप्तान नहीं देखा। आप ऐसे कप्तान देखेंगे, जिनके मजबूत और कमजोर पक्ष अलग-अलग होंगे। इसलिए आपको आखिर में नतीजे देखने होते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विराट हर दिन सुधार कर रहे हैं। वे मैदान पर जो जुनून, ऊर्जा लेकर आते हैं, उसकी तुलना नहीं की जा सकती। मैंने किसी और कप्तान को ऐसी ऊर्जा मैदान पर लाते नहीं देखा। हां, रणनीति के हिसाब से कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां समय और अनुभव के साथ वह बेहतर होंगे।’’