श्रीनगर:जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का खून-खराबा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मंगलवार को कुपवाड़ा के हंदवाड़ा का है। घात लगाकर बैठे आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। मुस्तैद सुरक्षाबलों ने आतंकियों को उनके मंसूबे में कामयाब नहीं होने दिया। वक्त रहते ही आतंकियों पर हमलावर हुए सुरक्षाबलों को इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है।
आतंकियों से मुठभेड़ के बाद पूरे क्षेत्र में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है। बताया जा रहा है कि ये एनकाउंटर सोमवार को शुरू हुआ था। ऑपरेशन को 30 राष्ट्रीय रायफल, 92 बटालियन सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। देर रात करीब 2.30 बजे आतंकियों के मौजूदगी की खबर लगी थी।
किश्तवाड़ में हिजबुल आतंकी गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, उसे चिनाब घाटी में फिर से आतंकवाद को जीवित करने का जिम्मा सौंपा गया था।
हिजबुल कार्यकर्ता की पहचान अयाज अहमद वानी के रूप में हुई है। उसके भाइयों रियाज अहमद वानी और नियाज अहमद वानी की क्रमश: 1993 और 2003 में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों में मौत हो चुकी है। दोनों आतंकवादी थे।
किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजिंदर गुप्ता ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि एक हिजबुल सदस्य किश्तवाड़ शहर में था। उन्होंने बताया कि सूचना पर पुलिस टीमों ने जिले में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे और रविवार को अयाज को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के लिए उसे तुरंत एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। गुप्ता ने कहा कि डोडा-किश्तवाड़ जिलों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के आतंकवादी समूह की योजनाओं के बारे में और पूछताछ के लिए अयाज को संयुक्त पूछताछ केंद्र (जेआईसी) भेजा जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि वह अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के डोडा जिलाध्यक्ष के रूप में भी काम कर रहा था।
आतंकवाद को पुनर्जीवित करने में जुटा था
अयाज डोडा और किश्तवाड़ जिलों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में आतंकवादियों और अन्य लोगों के संपर्क में था।