मुंबई:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ड्रग माफिया इकबाल मिर्ची की सात संपत्तियों को बुधवार को कुर्क कर दिया। इन प्रॉपर्टीज की कीमत बाजार में 600 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इन संपत्तियों को ड्रग माफिया ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के नाम पर कई साल पहले खरीदा था। मिर्ची डॉन दाऊद का करीबी सहयोगी था। साल 2013 में उसकी लंदन में मौत हो गई थी।
बुधवार को जिन संपत्तियों को कुर्क किया गया, उनमें वर्ली स्थित सीजे हाउस की तीसरी और चौथी मंजिल, ताड़देव में एक ऑफिस, क्रॉफर्ड मार्केट में तीन वाणिज्यिक दुकानें और लोनावला में कुछ बंगले और अन्य जमीन शामिल हैं। कुर्की के बाद मिर्ची के परिवार वाले अब इन संपत्तियों को किसी को बेच नहीं सकेंगे। यदि परिवार अदालत में यह केस हार गया तो इन संपत्तियों की नीलामी कर दी जाएगी।
दो घरों की हुई थी नीलामी
पिछले महीने ईडी ने इकबाल मिर्ची की सांताक्रूज स्थित दो संपत्तियों की नीलामी भी की थी लेकिन उन्हें खरीदने वाला कोई नहीं आया था। इन संपत्तियों को कई साल पहले किसी अन्य केस में कुर्क किया गया था। सांताक्रूज वेस्ट में इकबाल मिर्ची ने कई दशक पहले 1245 स्क्वेयर फीट के दो फ्लैट खरीदे थे। नीलामी के दौरान इनका रिजर्व प्राइस 3.45 करोड़ रखा गया था।
ईडी ने दाखिल किया था आरोपपत्र
इकबाल मिर्ची केस में दो दिन पहले ही ईडी ने आरोपपत्र दाखिल किया था। इनमें 16 लोगों पर आरोप लगाए थे। जांच एजेंसी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत अब तक चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इनमें हुमायूं मर्चेंट, रिंकू देशपांडे, हारून यूसुफ और रंजीत सिंह बिंद्रा के नाम हैं। आरोप है कि देशपांडे के जरिए बिंद्रा ने अपना कमिशन लिया था।
ईडी ने इस केस में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल व बिजनेसमैन राज कुंद्रा को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, दोनों के खिलाफ जांच एजेंसी को किसी तरह के सबूत नहीं मिले।