जयपुर: पाकिस्तानी हैकर्स से जयपुर मेट्राे काे सायबर अटैक का खतरा है। सायबर हमले से बचने के लिए केंद्र सरकार ने जयपुर मेट्राे काे अपनी सायबर सिक्याेरिटी अपडेट करने काे लेकर अलर्ट जारी किया है। सायबर अटैक के अलर्ट काे देखते हुए मेट्राे प्रशासन ने एक्सपर्ट की मदद से सायबर एडवाइजरी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि मेट्राे प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है कि यह अलर्ट देश के सभी मेट्राे प्रशासन काे जारी किया है।
मेट्रो के संचालन को भी ठप कर सकते हैं हैकर्स
पुलिस कमिश्नरेट के सायबर विशेषज्ञ मुकेश चाैधरी ने बताया कि मेट्राे काे सायबर हमले से बचाव के लिए एडवाइजरी मांगी गई थी लेकिन मेट्राे के कम्प्यूटर नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर के विजिट किए बिना एडवाइजरी नहीं दी जा सकती हैं। क्याेंकि अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर के लिए अलग एडवाइजरी हाेती है। सायबर अलर्ट से बचने के लिए जरूरी है कि मेट्राे में सायबर एक्सपर्ट की नियुक्ति हाे। इसके अलावा चीफ टेक्निकल ऑफिसर काे सायबर की अपडेट नाॅलेज हाे। सायबर अटैक का खतरा वहां ज्यादा रहता है, जहां पायरेटेड ऑपरेटिंग सिस्टम या साॅफ्टवेयर यूज किया जा रहा हाे और सिक्योरिटी पाॅलिसी फाॅलाे नहीं हाे रही हाे।
सिस्टम कंट्रोल कर ट्रेनों को भटका सकते हैं
साइबर एक्सपर्ट के अनुसार ऑपरेटिंग सिस्टम इंटरनेट और इंट्रानेट के जरिए रन हाेता है। हैकर्स इंटरनेट से रन हाेने वाले सिस्टम में आसानी से दाखिल हाे सकते हैं। ऐसे हैकर्स कम्प्यूटर नेटवर्क सिस्टम में ट्राॅजन फाइल इन्स्टाॅल करके कंट्राेल अपने हाथ में ले लेते हैं और ट्रेनों को गलत दिशा में भटका भी सकते हैं।
4 साल में 25 सरकारी वेबसाइट्स हैक हाे चुकीं
हैकर्स साल 2016 से 2019 तक प्रदेश की 25 सरकारी विभागाें की वेबसाइटस काे हैक कर चुके हैं। इनमें पंचायती राज, सिंचाई विभाग, मुख्यमंत्री रिलीफ विभाग, एनीमल हसबेंडरी, गाेपालन, आरटीडीसी, माइन्स और काॅलेज एजुकेशन विभाग की वेबसाइट भी शामिल है।
ये 3 बड़े नुकसान, जो हैकर्स पहुंचा सकते हैं
- ऑटाेमेटिक ऑपरेटिंग सिस्टम के चलते हैकर्स कंट्राेल अपने हाथ में लेकर स्पीड ओवर कर सकते हैं।
- टिकटिंग सिस्टम काे भी हैक किया जा सकता है।
- मेट्राे का संचालन ठप कर सकते हैं, मेट्राे काेच में एंट्री और एक्जिट सिस्टम काे भी हैक कर सकते हैं।
- सायबर अलर्ट काे लेकर हमें केंद्र सरकार से दिशा निर्देश मिले हैं। यह एक रुटीन प्रक्रिया है, इसके तहत हमारे टेक्निकल डिपार्टमेंट काे सतर्क रहने के लिए निर्देश दिए गए हैं। – मुकेश सिंघल, डायरेक्टर , जयपुर मेट्राे
- सायबर अटैक के खतरे से संबंधित एडवाइजरी मांगी गई है। हम सायबर विशेषज्ञाें की मदद लेंगे। सायबर विशेषज्ञ के असेसमेंट के लिए मेट्राे काे पत्र लिखा गया है ताकि एक्सपर्ट सिस्टम का विजिट कर सायबर सिक्याेरिटी संबंधी सलाह दे सकें। – प्रीति जैन, डीसीपी, जयपुर मेट्राे