नई दिल्ली:आज हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव आते ही रेलों की घोषणा, किसानों की मुआवजे की घोषणा होती थी। हमने देश को पॉलिटिक्स और प्रॉमिस की जगह पॉलिटिक्स ऑफ प्रफॉर्मेंस की तरफ ले जा रहे हैं। संसद में पहले बहुत सी ट्रेनों का ऐलान किया गया और लेकिन एक भी शुरू नहीं की गई। यहां तक की उन ट्रेनों का पेपर में भी कोई जिक्र नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि हम पेज छोड़ने वाले नहीं हैं, हम नया अध्याय लिखने वालों में हैं। हम देश के सामर्थ्य, संसाधन और देश के सपनों पर भरोसा करने वाले लोग हैं। हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ देशवासियों के बेहतर भविष्य के लिए देश में उपलब्ध हर संसाधन का उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। आज भारत पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने के लिए जुटा हुआ है। ये लक्ष्य अर्थव्यवस्था के साथ-साथ 130 करोड़ भारतीयों की औसत आय, उनकी इज ऑफ लिविंग और उनके बेहतर कल से जुड़ा हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें याद रखना होगा कि राम जन्मभूमि का फैसला आने से पहले न जाने क्या-क्या आशंकाएं जताई जा रहीं थी। सुबह फैसला आया और शाम होते-होते देश के लोगों ने सारी आशंकाओं को गलत साबित कर दिया। इसके पीछे का भाव क्या था बैटर टूमारो। ऐसे अनेक फैसले हैं, जो पास्ट की लिगेसी है, लेकिन न्यूज इंडिया के लिए, बैटर टूमारो के लिए उनको टाला नहीं जा सकता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 370 के फैसले ने जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को फायदा पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि अखबार का हर पेज उत्तम से उत्तम बने इसके लिए आपका हर साथी जान लगा देते है। लेकिन दोस्तों हमारे यहां सरकारों ने देश के कुछ हिस्सों को ब्लैंक छोड़ दिया था। ये जिले सबसे पिछड़े हुए थे यहां महिलाओं और नवजातों की मौत, कुपोषण और सड़क-पानी का संकट इन्हीं जिलों में था। पहले की सरकारों का ध्यान कम इन जिलों में थे, मंत्रियों की बैठक कम सबसे यहां हुई, अधिकारियों की नियुक्ति कहां हुई इन जिलों में हुई। इन जिलों को अपने हाल में छोड़ दिया। आज हम बेहतर कल की बात कर रहे हैं। लेकिन इन जिलों में देश के 15 करोड़ अत्यंत गरीब लोग रहते हैं। क्या बेहतर कल के लिए इनके सपने कोई मायने नहीं रखते। क्या इन लोगों को बेहतर कल का सपना देखने का कोई अधिकार नहीं था।